महिलाओं के बारे में आए इस सर्वे को पुरूष वर्ग को पढ़ना चाहिए - भागवत

24 September, 2019, 9:25 pm

नई दिल्ली , 24 सितंबर। महिलाओं का उत्थान महिलाओं को ही करना हैं । महिलाओं की स्थिति देश में क्या है? इस सर्वे को पुरूषों  को पढ़ना चाहिए । और इसकी शुरूआत घर से होनी चाहिए । पुरूष को महिला की चिंता छोड़ देनी चाहिए क्योंकी महिलाएं मल्टीटॉस्किग होती हैं । ये बाते  डॉ.मोहनजी भागवत सरसंघचालक , राष्टीय स्वयंसेवक संघ ने " भारत में महिलाओं की स्थिति" रिपोर्ट के लोकार्पण के एक कार्यक्रम में कही । ये रिपोर्ट दृष्टि स्त्री अध्ययन प्रबोधन केन्द्र ने तैयार की हैं । 

श्रीभागवत ने कहा कि महिलाओं के पास वात्सल्य होता है । उसके पास सृष्टि के पालन की ताकत होती हैं । इसमें जरा सी गड़बड़ हो जाए तो वो विध्वंस भी कर सकती है । पुरूष वर्ग को प्रबोधन होने की आवश्यकता बताते हुए उन्होंने कहा कि पुरूष महिलाओं की सुनते तो हैं । लेकिन महिलाओं से मंत्र नही लेते । उन्होंने कहा कि प्रकृति ने पुरूष को परिश्रम करने का गुण दिया है । श्री भागवत ने कहा कि समाज को गृहस्थ ही जोड़ सकता हैं । जरूरत इस बात की है कि महिलाओं के द्वारा दो सालों में तैयार किये गए सर्वेक्षण को जन-जन तक पहुंचाना चाहिए । 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने अपने विशेष अतिथि संबोधन में कहा कि महिलाओं को टोकन भागेदारी नही चाहिए । महिलाओं को जिनुएन एक्सेस मिलना चाहिए । महिलाओं को अपने कफंर्ट जोन से बाहर निकलना होगा । उन्होंने कहा कि संसद में सिर्फ महिलाओं को आरक्षण मांगने तक ही सीमित नही रहना चाहिए । उन्होंने कहा कि ये रिपोर्ट सिर्फ लाइब्रेरी में ही नही जनता के बीच जानी चाहिए । इसकी जिम्मेदारी भी दृष्टि स्त्री अध्ययन प्रबोधन केन्द्र को लेनी चाहिए । 

ये सर्वेक्षण पांच क्षेत्रों , 29 राज्यों , पांच केन्द्र शासित टेरेटरी और 465 जिलों में किया गया । ये सर्वे वर्ष 2017-18 में किया गया । देश के 17 राज्यों की सीमाएं इंटरनेशनल बार्डर से लगती हैं । जिसमें से 106 जिलों में से 70 जिलों में सर्वे किया गया । तकरीबन 66 फीसदी क्षेत्र को कवर किया गया । 18 साल की ऊपर की महिलाओ से सवाल पुछे गए और 43255 महिलाओं से बातचीत की गई । 

इसी तरह एक अलग सर्वे किया गया । इस सर्वे में 18 साल की कम उम्र की लड़कियों से बातचीत की गई । इसमें कुल 7675 लड़कियों से बातचीत की गई । 5 क्षेत्रों के 25 राज्य, दो यूनियन टेरेटरी और 283 जिलों को शामिल किया गया । इस सर्वे में सभी धर्मों की महिलाओं को शामिल किया गया जिसमें हिंदू , मुस्लिम, बुद्व, ईसाई , जैन और सिख शामिल हैं । ज्यादातर शादीशुदा महिलाओं से बातचीत की गई । तकरीबन 21 फीसदी 18 और 25 साल की उम्र के बीच की हैं ।