समय नहीं रहा, अब कार्यवाही करो’ विषय पर क्षेत्रीय कान्फ्ऱेंस की अध्यक्षता करेंगे एन.जी.टी. के चेयरपर्सन

12 December, 2019, 2:22 pm

चंडीगढ़, 12 दिसंबर: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल 14 दिसंबर को यहाँ वातावरण सम्बन्धी ‘समय नहीं रहा, अब कार्यवाही करो’ विषय पर होने वाले एक दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।

यह क्षेत्रीय कान्फ्ऱेंस पंजाब सरकार द्वारा केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सहयोग से करवाई जा रही है, जिस दौरान वायु और जल प्रदूषण के कारण पैदा हुई पर्यावरण सम्बन्धी चुनौतियों को प्रभावशाली ढंग से हल करने के तरीकों और साधनों संबंधी विचार-विमर्श किया जायगा।

इस सम्बन्धी विवरण देते हुए पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव आर.के. वर्मा ने बताया कि कान्फ्ऱेंस के दौरान वातावरण की सुरक्षा के लिए विभिन्न हितधारकों की भूमिका के अलावा क्षेत्रीय वातावरण की प्रमुख चुनौतियों पर केन्द्रित ‘स्वस्थ लोगों के लिए स्वस्थ पर्यावरण’ विषय पर विस्तृत सैशन करवाया जायेगा। यह सैशन राज्य की आर्थिक खुशहाली में स्वस्थ पर्यावरण के योगदान को भी ध्यान में रखेगा और न्यायपालिका, सरकारी और ग़ैर-सरकारी संगठनों की तरफ से कोशिशों के बावजूद वातावरण में प्रदूषण के कारणों का विश्लेषण भी करेगा। यह सैशन राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण प्रदूषण के साथ जुड़े विभिन्न मुद्दों के हल के लिए मिशन तंदुरुस्त पंजाब के द्वारा किये जा रहे यत्नों संबंधी भी रौशनी डालेगा। इस विस्तृत सैशन के बाद ‘स्टेट एक्शन प्लान-द जरनी सो फार’, ‘पर्यावरण का संरक्षण एवं प्रबंधन के लिए सर्वोत्त्म अभ्यास और तजुर्बे साझा करना’ और ‘पर्यावरण की चुनौतियों का सामना करने में खोज, नवाचार और प्रौद्यौगिकी की भूमिका’ विषयों पर तीन सैशन करवाए जाएंगे।

श्री वर्मा ने आगे बताया कि उपरोक्त सैशनों में कूड़ा प्रबंधन, पानी की गुणवत्ता प्रबंधन, घरेलू सिवरेज प्रबंधन, औद्योगिक अवशेष के प्रबंधन और वायु की गुणवत्ता की निगरानी जैसे प्रमुख मुद्दों को कवर किया जायेगा। उन्होंने आगे बताया कि उद्घाटनी सैशन की अध्यक्षता राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श के. गोयल करेंगे, जिसमें एन.जी.टी. द्वारा गठित निगरान कमेटी के चेयरमैन जस्टिस जसबीर सिंह (सेवामुक्त), पंजाब के मुख्य सचिव करन अवतार सिंह, एम.ओ.एफ.ई. और सी.सी. के ज्वाइंट सचिव निधी खारे, सी.पी.सी.बी. के चेयरमैन एस.पी. सिंह परिहार और पी.पी.सी.बी. के चेयरमैन प्रो. एस.एस. मरवाहा भी शामिल होंगे। 

इस क्षेत्रीय सम्मेलन में मुख्य सचिव और सैक्रेट्रियों के अलावा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों से कई शख्सियतें सम्मिलन करेंगी।

अलग-अलग अनुसंधान संस्थाओं, मशहूर यूनिवर्सिटियों, प्रसिद्ध वैज्ञानिकों और खोजकर्ताओं की सक्रिय भूमिका की ज़रूरत को समझते हुए श्री वर्मा ने कहा कि वातावरण प्रदूषण की कई किस्मों के साथ जुड़े कई जटिल मुद्दों को सिफऱ् सभी हिस्सेदारों की प्रभावशाली और परिणाममुखी ढंग से सक्रिय सम्मिलन से निपटा जा सकता है। यह सैशन वातावरण प्रबंधन की अलग-अलग नवीन तकनीकों संबंधी भी विचार करेगा जो वातावरण के सरंक्षण और प्रबंधन के लिए उचित हल मुहैया करवाने के लिए शुरुआती संभावनाओं की आलोचना करेंगी। यह सम्मेलन प्रतिनिधियों को एक उपयुक्त मंच प्रदान करेगा जिससे वह एक तरफ़ वातावरण की चुनौतियों के साथ प्रभावशाली ढंग से निपटने और सहयोगी तकनीकों को अपनाकर पंजाब को साफ़, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त राज्य बनाने के लिए व्यापक विचार-विमर्श कर सकें।