यूपी में मानवाधिकार का हनन दिन-दहाड़े, दिन-रात हो रहा है-डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी

डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर श्री राहुल गांधी जी व एआईसीसी जनरल सेक्रेटरी श्रीमती प्रियंका गांधी वाद्रा जी के साथ ये डेलीगेशन गया है, आधे घंटे बैठकर बहुत विस्तार से हमने विचार विमर्श किया है। एक बहुत विस्तृत रिप्रजेंटेशन दिया है, उसके साथ तीन बहुत बड़े-बड़े वॉल्यूम दिए हैं दस्तावेजों के जो यूपी में मानवाधिकार का हनन दिन-दहाड़े, दिन-रात हो रहा है, उसके विषय में। उस पर वीडियोज हैं, तस्वीरे हैं, फोटोग्राफ हैं, नाम हैं, पते हैं, जो लोगों ने वहाँ काले कारनामे किए उनके विस्तृत रुप से डीटेल्स हैं। लगभग 9 बिंदुओ पर हमने कमीशन को अवगत करवाया है, साथ-साथ उन 9 में से हमने 2-3 चीजों पर बहुत डीटेल्ड तथ्य दिए हैं। उदाहरण के तौर पर 23 मृत्यु हुई, 23 मृत्यु के विषयों में कई एफआईआर होती हैं, लेकिन एक भी एफआईआर पुलिस कर्मचारियों के विरुद्ध नहीं हुई है, ये उदाहरण दे रहा हूँ मैं सिर्फ। उन मौंतों के डीटेल्स हैं, किस प्रकार से गोलियाँ लगी, आँख पर लगी, छाती पर लगी, पीठ पर लगी, कोई एक्शन नहीं है, फोटोग्राफ्स दिए हैं, पुलिस इलाके का नाम दिया है, अफसरों के नाम दिए हैं।
दूसरा पुलिस मित्र के नाम से जो नई चीज शुरु की है, तो वो पुलिस के मित्र वास्तव में हैं, जनता विरोधी, जनता के शत्रु बन गए हैं। हमने वीडियो दिखाया, इसमें जाहिर है कि ये बीजेपी के, आरएसएस के लोगों को रिक्रूट किया गया है, पुलिस मित्र के आधार पर। श्रीमती प्रियंका जी ने बताया कि पुलिस मित्र बनने की कंडीशन ही यही थी कि आपका कद लगभग 5 फुट, 10 इंच हो और आप आरएसएस से जुड़े हों, पदाधिकारी हों। एक वीडियों में दिखाया, तस्वीर व्यक्ति की, जो पुलिस मित्र हैं, तस्वीर उसके भाजपा पोस्टर पर पदाधिकारी के रुप में, किस प्रकार से वो गाड़ी से उतर रहा है, उसको और उसके साथियों को डंडा दिया जा रहा है और किस प्रकार से धारा 144 के बावजूद वो इस डंडे का इस्तेमाल करके आगे बढ़ रहा है, ये है सच्चाई उत्तर प्रदेश की।
हमने इसके अलावा पुलिस मित्रों के विषय में, उसके अलावा हमने वो सैंकड़ो नोटिसेस दिखाए, जिसके अंतर्गत पुरा एडमिनिस्ट्रेशन उत्तर प्रदेश का धमकियाँ दे रहा है, वहाँ की आवाम को कि अगर आप बाहर आएंगे, अगर आप विरोध करेंगे, अगर आप गणतांत्रिक, लोकतांत्रिक, संवैधानिक विरोध करेंगे, तो हम ये एक्शन लेंगे, हम इस प्रकार से आपको जेल में डाल देंगे, या आपकी प्रोपर्टी को ले लेंगे, कॉन्फिस्केट कर देंगे। इस प्रकार के सैंकड़ो उदाहरण हैं, हमने अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द ये आयोग इस पर एक्शन ले, बहुत अल्प समय में, ठोस एक्शन ले, व्यापक एक्शन ले, गंभीर एक्शन ले, हमें सूचित करें।
उन्होंने हमें बहुत सब्र के साथ सुना, हमें पूरी आशा और विश्वास है कि जल्द से जल्द इस पर कार्यवाही होगी।