18 वें एशियाई खेलों के दौरान इण्डोनेशिया सरकार की नई पहल

11 August, 2018, 6:15 pm

 By Suman Singh

इंडोनेशिया, 11 अगस्त: इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबैंग में 18 अगस्त से 2 सितंबर तक 18वें एशियाई खेल होने जा रहे हैं। ट्रेफिक को कम करने के लिए इंडोनेशिया सरकार की ओर से नई पहल वास्तव में ही सर्वश्रेष्ठ तरीका है। ट्रेफिक को कम करने के लिए 15 दिनों तक स्कूल बंद रहेंगें । जकार्ता पहले से ही ट्रैफिक की जटिल समस्या से गुजर रहा है। 2016 में सेटेलाइट नेविगेशन डाटा के आधार पर यह शहर खराब ट्रैफिक सूचकांक में टॉप पर था। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इंडोनेशिया सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया की 15 दिनों के लिए स्कूल बंद किये जाए और खिलाड़ियों को सही समय पर उनके अलग-अलग स्थानों पर पहुंचाने में कम समय लगेगा ।

एशियाई खेलों में ऐसा पहली बार हो रहा है की एक ही देश में दो जगहों पर खेल हो रहे है। जकार्ता सरकार का कहना है की "हम उम्मीद कर रहे हैं कि इससे 30 फीसदी से 40 फीसदी तक ट्रैफिक कम हो जाएगा।" और 70 प्रतिशत वायु प्रदूषण कम होने की संभावना है। इंडोनेशिया में दूसरी बार होने जा रहे एशियाई खेलों में खिलाडियों को अपनी तरफ से बेहतर सुविधा देने की कोशिश कर रहा है।

 

एशियाई खेलों की शुरुआत 1951 में हुई थी और तब ये नयी दिल्ली में ही आयोजित हुए थे। तब राष्ट्रीय स्टेडियम में पहली बार खेलों की मशाल प्रज्वलित की गयी थी।  इन खेलों के लिए रिले मिशाल का आयोजन दिल्ली से किया गया। राष्ट्रीय स्टेडियम से मशाल प्रज्वलित होने के बाद 2018 के एशियाई खेलों का 18,000 किलोमीटर का सफर शुरू हो गया। एशियाई खेल इंडोनेशिया में 18 अगस्त से दो सितंबर के बीच आयोजित होंगे। इंडोनेशियाई एशियाई खेल आयोजन समिति के प्रमुख एरिक थोहिर ने कहा, ''एशिया के खिलाड़ियों के दिलों में भारत की हमेशा एक खास जगह होगी क्योंकि भारत, खासकर नयी दिल्ली में ही एशियाई खेलों ने जन्म लिया।''

 

इंडोनेशिया की महान बैडमिंटन खिलाड़ी और 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली सुसी सुशांति ने भारत की पांच बार की विश्व विजेता महिला मुक्केबाज एम सी मेरीकॉम को मशाल सौंपी। श्रीजेश, सरदार, जीतू के अलावा कमल एवं एक अन्य टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा मशाल लेकर दौड़ने वाले खिलाड़ियों में शामिल थे।मशाल अब इंडोनेशिया जाएगी जहां उसे 18 जुलाई को मध्य जावा के प्राचीन हिंदू मंदिर, प्रमबनन में पवित्र अग्नि से मिलाया जाएगा। इसके बाद मशाल देश के 18 प्रांतों के 54 शहरों से गुजरेगी और आखिर में उद्घाटन समारोह के लिए 18 अगस्त को जकार्ता पहुंचेगी।

 

एशियाई खेल इंडोनेशिया के दो शहरों - राजधानी जकार्ता और पालेमबांग में आयोजित होंगे। यह पहली बार है जब खेलों का आयोजन दो शहरों में हो रहा है, इससे आयोजकों के सामने एक बड़ी चुनौती है। थोहिर ने कहा कि खेलों के लिए रिकार्ड 16,920 खिलाड़ियों एवं अधिकारियों का पंजीकरण किया गया है। कुल 45 दशों से मिलाकर 11,000 से अधिक खिलाड़ी 40 खेलों एवं 67 स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे। खेलों पर खर्चे का बजट 6.6 ट्रिलियन रखा गया है। 

 

थोहिर ने कहा, ''एशियाई खेल अब ओलंपिक से भी ज्यादा बड़े हो चुके हैं।'' समारोह में भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा एवं महासचिव राजीव मेहता, एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के आजीवन उपाध्यक्ष वेई गिझोंग एवं राजा रणधीर सिंह और खेल सचिव राहुल भटनागर भी मौजूद थे। खेल मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ किसी अन्य महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता के कारण समारोह में शामिल नहीं हुए।