पंजाब पुलिस ने मैडीकल और अन्य सेवाओं के लिए पुलिस एमरजैंसी सर्विसिज़ एप (पीईएसए) की शुरूआत

29 March, 2020, 9:43 pm

चंडीगढ़, 29 मार्च:कोवीड -19 लॉकडाउन के दौरान लोगों को उनके दरवाज़े तक एमरजैंसी डॉक्टरी और नियमित सेवाएं मुहैया करवाने के लिए पंजाब पुलिस ने पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर एक पुलिस एमरजैंसी सर्विसिज एप (पीईएसए) की शुरूआत की है जिसका विस्तार जल्द ही राज्य भर में किया जाएगा।

संगरूर जि़ले में एप लाँच होने के पहले दिन 1000 से अधिक व्यक्तियों को एप का लाभ मिला। डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता के अनुसार यह एप गुगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है और रातों-रात 700 से अधिक प्रयोगकर्ताओं द्वारा यह एप डाउनलोड की जा चुकी है। इस एप पर सेवाओं की सुपुर्दगी पहले ही शुरू हो गई है।

विभाग ने एप के ज़रिये कोरोना के अलावा अन्य मैडीकल एमरजैंसी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्राईवेट क्लीनिकों और ऐंबूलैंसों के साथ-साथ एनजीओज़ के साथ समझौता किया गया है। यह एप वैटरनरी डॉक्टर, प्लम्बर, इलैकट्रिशन, एल.पी.जी. गैस सिलंडर के अलावा अन्य सेवाएं प्रदान करती है। डीजीपी ने कहा कि उपभोक्ता के फीडबैक के अनुसार सेवाओं की सूची की निरंतर समीक्षा की जा रही है।

24&7 एप सेवाओं का प्रबंधन करने के लिए फील्ड अधिकारियों की निगरानी अधीन पाँच फ़ोन नंबरों वाला एक एमरजैंसी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। खपतकारों को सभी नियमबद्ध सेवाएं उनके घर तक पहुंचाई जा रही हैं और खपतकार सीधा डिलीवरी करने वाले व्यक्ति को ही इसका भुगतान कर सकता है।

पीईएसए ऐपलीकेशन को गुगल प्ले स्टोर से  द्धह्लह्लश्चह्य://श्चद्यड्ड4.द्दशशद्दद्यद्ग.ष्शद्व/ह्यह्लशह्म्द्ग/ड्डश्चश्चह्य/स्रद्गह्लड्डद्बद्यह्य?द्बस्र=ष्शद्व.श्चद्गह्यड्ड.ह्वह्यद्गह्म्  लिंक या वैबसाईट से    द्धह्लह्लश्चह्य://श्चद्गह्यड्डश्चश्चद्बठ्ठस्रद्बड्ड.ष्शद्व लिंक का प्रयोग करके डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप को डाउनलोड करन के लिए लिंक और क्यूआर कोड जि़ला पुलिस वैबसाईट (222.ह्यड्डठ्ठद्दह्म्ह्वह्म्श्चशद्यद्बष्द्ग.द्बठ्ठ)  पर भी उपलब्ध हैं। 

सिफऱ् एक दिन में समय से पहले नवजात बच्चे समेत 150 से अधिक व्यक्तियों को निजी क्लिनिकों के साथ जोड़ कर तुरंत डाक्टरी सहायता दी गई है। एप ने गरीब और रोज़ाना दिहाड़ी करने वालों को खाने के पैकेट मुहैया कराने में भी सहायता की है। विभाग ने आटा, दाल, चीनी, गुड़, चाय, मक्खन, घी, टूथपेस्ट, साबुन और अन्य किराने के सामान समेत कुल 40 ज़रूरी चीजें खपतकारों को उपलब्ध करवाने के लिए निजी अदारों जैसे बिग बाज़ार और अन्यों के साथ हिस्सेदारी की है।

डीजीपी के मुताबिक बिजली से सबंधित जैसे गीजऱ, फ्ऱीज की मुरम्मत और प्लम्बिंग की समस्याओं समेत लगभग 35 काल प्राप्त हुई थी और इनकी तुरंत सेवाएं मुहैया करवाई गई। एलपीजी सिलंडरों के लिए कई काल आईं जिसमें कुछ ऐसी काल भी शामिल थे जो सिलंडर के लिए पैसे देने के समर्थ थे।

मुस्तैदी के साथ हरकत में आते हुये पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए 300 से अधिक लोगों को कफ्र्यू पास दिए। कफ्र्यू के उल्लंघन सम्बन्धी आईं काल पर भी तुरंत कार्यवाही की गई। ज़रूरतमंदों को वैटरनरी सेवाएं मुहैया करवाने के अलावा पशुआं / पोल्ट्री फीड लाने - ले जाने सम्बन्धी मुद्दों का हल भी किया गया।

एप के प्रयोग सम्बन्धी जानकारी देते हुये पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि एप डाउनलोड करने के बाद उपयोगकर्ता को नाम, मोबाइल नंबर और पता दर्ज करना पड़ता है। व्यवस्था अपने -आप डिलीवरी के लिए उपभोक्ता का स्थान तलाश लेता है और डिलीवरी देने वाली चीजें गुणवत्ता या मात्रा में तबदीली या कफ्र्यू संबंधी कोई और अपडेट आदि सम्बन्धी भी नोटीफिकेशनें सांझा करता है।

  यह एप ऑनलाइन प्री-पेमेंट का विकल्प भी प्रदान करता है, जिससे नगदी -संकट और नकद प्रबंधन जैसी समस्याओं से निपटा जा सके।

एडमिन डैशबोरड अगले दिन के लिए क्षेत्र / स्थान के मुताबिक डिलीवरी सूची तैयार करता है। डिलीवरी एप के द्वारा उन लोगों की सूची डिलीवरी देने वाले को फारवर्ड की जाती है जिन्होंने किसी चीज़ की माँग की हो। डिलीवरी की स्थिति को सिफऱ् एक बटन दबा कर देखा जा सकता है।

इस एप में नागरिकों को सप्लाई करने वालों जैसे बिग बाज़ार, मोर और किराना ऐसोसीएशनों के साथ सीधा संपर्क जोडऩे का प्रबंध है, जो माँग के अनुसार सीधे डिलीवरी भेज सकते हैं।