कोरोना को हराने वाले पंजाब नवांशहर के पहले मरीज़ फतेह सिंह ने लोगों को घरों में रहकर सावधानियां बरतने की अपील की

7 April, 2020, 4:34 am

चंडीगढ़/नवांशहर, 7 अप्रैल:शहीद भगत सिंह नगर जि़ले के कोरोना वायरस से मुक्त हुए पठलावा के नौजवान फतेह सिंह (35) ने आज पहली बार पंजाब के लोगों के साथ रू-ब-रू होते हुए अपील की है कि कोविड -19 का मुकाबला घरों में रह कर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सावधानियों की पालना करके और अपनी अंदरूनी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ किया जाये।

उसने कहा कि वह जब से सिविल अस्पताल नवांशहर में अपने परिवार समेत इलाज के लिए आए हैं, तब से ही मैडीकल टीम द्वारा की गई देख-रेख और दी गई अपेक्षित दवा और पौष्टिक आहार ले रहे हैं और डॉक्टरों की देख-रेख का ही नतीजा है कि उसको दूसरी बार किये गए टैस्ट में नैगेटिव आने के बाद बीमारी से मुक्त घोषित किया गया है।

फतेह सिंह जो कि जि़ले के पहले कोरोना पीडि़त स्वर्गीय बलदेव सिंह पठलावा का पुत्र है, ने सिविल अस्पताल नवांशहर से मिले इलाज पर संतुष्ट होते हुए कहा कि इलाज के साथ-साथ अंदरूनी इच्छा शक्ति का मज़बूत होना भी इस बीमारी का मुकाबला करने में मदद करता है। उसने इस बात पर भी खुुशी अभिव्यक्त की कि उसका बाकी परिवार भी सेहतयाब हो रहा है और वह इकठ्ठे घर जाएंगे। फतेह सिंह ने बताया कि जिस दिन वह सिविल अस्पताल नवांशहर में आए थे, उस दिन से ही उनको परमात्मा पर अपने सभी जीवों के तंदुरुस्त होने का विश्वास था और आज उस विश्वास को भी बल मिला है।

ठीक होने के बाद सिविल अस्पताल के क्वारंटीन वार्ड में बातचीत करते हुए फतेह सिंह ने पंजाब के समूह लोगों से अपील की कि वह कोरोना वायरस से घबराने की बजाय स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताई गई सावधानियों की पूरी तरह पालना करें, जैसे कि कफ्र्यू के दौरान घरों में ही रहने, अपने हाथों को साबुन के साथ या सैनीटायजऱ के साथ बार-बार धोने, बहुत ही मजबूरी में बाहर निकलने पर मुँह पर मास्क लगाने और दूसरे व्यक्ति से कम से कम डेढ़ मीटर की दूरी रखने ओर भीड़ में बिल्कुल भी न जाएँ।

यहाँ यह बताना ज़रूरी है कि फतेह सिंह पुत्र बलदेव सिंह निवासी पठलावा को 20 मार्च को कोविड -19 पॉजि़टिव के तौर पर पहचाना गया था और नवांशहर में जि़ला अस्पताल के क्वारंटीन वार्ड में रखा गया था।

उसे 4 अप्रैल वाले दिन कोविड -19 के लिए नेगेटिव पाया गया था और फिर 5 अप्रैल को दूसरी बार किये टैस्ट में भी नेगेटिव पाया गया। आज उसे आईसोलेशन वार्ड से बाहर भेज दिया गया है। अब बहुत जल्द उसको छुट्टी दे दी जायेगी।

किसी व्यक्ति के नैगेटिव पाए जाने के एक दिन बाद लिए गए दो नमूनों के बाद ही उसको तंदुरुस्त घोषित किया जाता है। ऐसे व्यक्ति अब किसी अन्य को संक्रमित नहीं करते। यह पुरज़ोर अपील की जाती है कि इलाज किये गए व्यक्तियों का लोगों द्वारा वापस स्वागत किया जाये।