महाराष्ट के पालमघर जिलें में हुई "मॉब लिंचिंग" पर संत समाज आवेशित

20 April, 2020, 7:34 pm

नई दिल्ली, 20 अप्रैल । महाराष्ट के पालघर जिलें हुई दो साथुओं की पीट-पीटकर पुलिस की मौजूदगी में हुई हत्या से संत समाज में रोष फैला हुआ हैं । महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरी ने महाराष्ट के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक खत लिखकर इस घटना को सभ्य समाज पर कलंक बताया हैं । महाराष्ट के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी इस घटना पर रोष जताया हैं । 

पालमघर के जिलाधिकारी कैलाश शिंदे के मुताबिक मुंबई के कांदीवली स्थित एक आश्रम में रहने वाले सुशील गिरी अपने दो साथियों के साथ किराए के वाहन से किसी के अंतिम संस्कार में भाग लेने सूरत जा रहे थे । महाराष्ट एवं केंद्र शासित प्रदेश नगर हवेली की सीमा पर स्थित गढ़चिचले गांव के पास गांव के निगरानी दल ने रोका  और गाड़ी में मौजूद साधुओं की पिटाई शुरू कर दी ।पुलिस के पहुंचने तक गांव वालों ने गाड़ी में सवार तीन लोगों की बुरी तरह से लाठी-डंडे से पिटाई की थी । पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर पिट रहे लोगों को अपने वाहन में बिठाया . लेकिन करीब 400 ग्रामीणों ने उन तीन यात्रियों सहित पुलिस टीम पर भी हमला बोल दिया और पुलिस की गाड़ी में ही सुशील और दो साथियों की जान ले ली । 

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेद्र गिरी ने केन्द्र और महाराष्ट सरकार से दोनो संतों की हत्या की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं । पुलिस ने इस मामलें में कार्रवाई करते हुए ग्रामीण और 110 लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की हैं ।