कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार ने विकास को फिर पटरी पर लाने के लिए ज़रुरी कदमों की तलाश करने का जि़म्मा मोन्टेक सिंह अहलूवालिया को सौंपा

26 April, 2020, 1:12 pm

चंडीगढ़, 25 अप्रैल:मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने राज्य को कोविड के बाद उभारने के लिए नीति बनाने के लिए विशेषज्ञों का समूह बनाया है, जिसके प्रमुख प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और योजना आयोग के पूर्व डिप्टी चेयरमैन मोंटेक सिंह आहलूवालीया होंगे।

विशेषज्ञों का यह समूह जिसमें जाने-माने अर्थशास्त्री और बड़े उद्योगपति भी हैं, पंजाब सरकार को कम समय (एक साल) और दर्मियाने समय के एक्शन प्लान के लिए सिफारशें करेगा। इन सिफारशों में कोविड -19 संकट के बाद राज्य की आर्थिकता को फिर बहाल करने के लिए वित्तीय नीतिगत प्रबंधन और अन्य नीतिगत उपाय शामिल होंगे।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार मोंटेक सिंह आहलूवालीया की धन्यवादी है, जिन्होंने राज्य की आर्थिकता को पुनर्जीवित करने के लिए तरीके ढूँढने के कठिन काम का जि़म्मा सौंपने के लिए हाँ की है।

यह जि़क्रयोग्य है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि उनकी सरकार ने कोविड के उपरांत कम समय में राज्य की अर्थव्यवस्था और उद्योगों को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापक नीति बनाने के लिए एक विशेषज्ञों का समूह बनाया जा रहा है।

एक सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक यह 20-सदस्यीय समूह अपनी सिफारशों की मूल रिपोर्ट 31 जुलाई 2020 तक सौंपेगा और इसके बाद 30 सितम्बर और 31 दिसंबर 2020 तक दो और रिपोर्टें सौंपेगा।

प्रवक्ता ने बताया कि पहली दो रिपोर्टों में तीन महीनों का अंतराल समूह को और ज्य़ादा प्रभाव को फिर जाँचने की आज्ञा मिलेगी, यदि कोविड गर्मियों में भारत भर में फैल जाता है।

समूह को मुख्य कार्यों की पहचान करने का जि़म्मा सौंपा गया, जिसकी पंजाब को नई साधारण विकास दर और इसको देश और विश्व में उसकी पहले स्थान की बहाली के लिए पंजाब की सहायता की ज़रूरत है।

चेयरमैन मोंटेक सिंह आहलूवालीया के अलावा समूह में शामिल अन्य सदस्यों में एम. गोविन्द राव (अर्थशास्त्री), रथीन रॉय (एन.आई.पी.एफ.पी. के डायरैक्टर), अशोक गुलाटी (इन्फोसिस चेयर, आई.सी.आर.आई.ई.आर), देवेश कपूर (जॉन हौपकिनज़, अमरीका), निरविकार सिंह (यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, यू.एस.ए.), यामिनी अय्यर (सैंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च), रवि वैंकटेशन (पूर्व चेयरमैन, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया), टी. नन्दा कुमार (पूर्व कृषि सचिव, भारत सरकार), डॉ. श्रीनाथ रेड्डी (पी.एच.एफ.आई चेयरमैन), अजयपाल सिंह बंगा (मास्टरकार्ड यू.एस.ए. के प्रमुख और सी.ई.ओ.), एस.पी. ओसवाल (चेयरमैन वर्धमान ग्रुप), संजीव पुरी (आई.टी.सी. के चेयरमैन और एम.डी.), राजिन्दर गुप्ता (ट्राइडेंट ग्रुप), साइमन जॉर्ज (कारगिल इंडिया के प्रमुख), सुरेश नरायणन (नैसले इंडिया के चेयरमैन और एम.डी.), राहुल अहूजा (सी.आई.आई. पंजाब के चेयरपर्सन), बी.एस. ढिल्लों (उप कुलपति पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी), इकबाल धालीवाल (जे-पीएएल, एम.आई.टी., यू.एस.ए.) के अलावा ज्ञानेंद्र बडगल्यान इसके मैंबर सचिव बनाए गए हैं।

समूह को किसी भी अन्य विशेषज्ञ की चयन के लिए अधिकारित किया गया है, जिसकी भी वह ज़रूरत समझता हो।