Encounter with terrorists शहीद नायक राजेश कुमार को 10 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी पंजाब सरकार

चंडीगढ़, 3 मई: पंजाब सरकार रविवार को कश्मीर के छिदंवाडा क्षेत्र में शहीद हुए मानसा जिलें के जवान नायक राजेश कुमार के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 10 लाख रूपए की वित्तीय सहायता देगी । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने उत्तरी कश्मीर के हिन्दवाड़ा क्षेत्र में पाँच सुरक्षा जवानों की शहादत पर गहरा दुख और हमदर्दी का जताई हैं । आज प्रात:काल ही जब से भारतीय सेना के चार जवानों और जम्मू और कश्मीर के एक पुलिस कर्मी के शहादत की ख़बर आई तो कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बाकी देश निवासियों के साथ दु:ख में शामिल होते कहा, ‘शहीद जवानों की बहादुरी और शौर्य को सलाम करता हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में वाहिगुरू के आगे शहीद सैनिकों के परिवारिक सदस्यों को हौंसला प्रदान करने की अरदास करता हूं।’पाँच सुरक्षा कर्मी जिनमें सेना का एक कर्नल और एक मेजर भी शामिल था, दहशतगर्दों के साथ मुकाबले में शहीद हो गए। दहशतगर्दों ने कुछ नागरिकों को एक घर में बंधक बनाया हुआ था। मुख्यमंत्री ने आतंकवादियों के इस काम को शर्मनाक और कायरता पूर्ण कार्यवाही बताते हुये कहा कि जब इस समय पर भारत और पाकिस्तान समेत पूरा विश्व कोविड महामारी के खि़लाफ़ लड़ रहा है तो पाकिस्तान की तरफ से अपने नापाक इरादों को अंजाम देते हुये सरहद पार ऐसे हमले करने जारी हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि चाहे आतंकवाद को किसी भी समय अनदेखा नहीं किया सकता परन्तु मौजूदा नाजुक समय में ऐसी कार्यवाही को अंजाम देना पाकिस्तान की ओर से शर्म की कमी नजऱ आती है जो अपने निजी फायदों के लिए मौके का प्रयोग करने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि भारत अपने सुरक्षा जवानों पर ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि कोविड के विरुद्ध जंग के दौरान किसी को भी इस कठिन समय में से गुजऱ रहे हमारे देश का फ़ायदा उठाने की कोशिश करने की गलती नहीं करनी चाहिए।
इसी दौरान मुख्यमंत्री ने 21 आर.आर. (राष्ट्रीय राईफलज़, पेरैंट यूनिट 3 गार्डज़) के नायक राजेश कुमार जो मानसा जिले की तहसील सरदूलगढ़ के गाँव राजराना का निवासी था, के परिवार के साथ दुख ज़ाहिर किया। मुख्यमंत्री ने पाँच लाख रुपए की एक्स -ग्रेशिया और प्लाट के एवज़ में पाँच लाख रुपए समेत शहीद के अगले वारिस के लिए 10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता का ऐलान किया है। इसके अलावा राज्य सरकार की मौजूदा नीति के अंतर्गत पीडि़त परिवार के एक योग्य मैंबर को एक सरकारी नौकरी भी मुहैया करवाई जायेगी।
शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार को गाँव आएगा जहाँ पर कोविड प्रोटोकोल की पालना करते हुये पूरे सरकारी सम्मानों के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा।