सीएमजीजीए सक्षम हरियाणा, अंत्योदय सरल प्रोजेक्ट, महिला सुरक्षा, अनुसंधान, ई-ऑफिस और कोविड-19 स्पोर्ट पर विशेष रूप से कार्य करेंगे।

चंडीगढ़, 11 अगस्त- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि जनता को सुशासन देना वर्तमान राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और इसके लिए वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम(सीएमजीजीए) एक फ्लैगशिप प्रोग्राम शुरू किया गया। यह बहुत गर्व की बात है कि पिछलेचार सालों में और इस साल भी देशभर से सहयोगी इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं जो राष्ट्रीय एकता का एक बेहतरीन उदाहरण है।
यह बात मुख्यमंत्री ने आज यहां मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी (सीएमजीजीए) के पाँचवें बैच को संबोधित करते हुए कही।
जमीनी स्तर पर लोगों की शिकायतों के समाधान के लिए समर्पित रूप से कार्य करने के लिए नए बैच को प्रोत्साहित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक सहयोगी का कर्तव्य है कि सिस्टम के साथ काम करते हुए वे समाज की बेहतरी के लिए भी कार्य करें। उन्होंने कहा कि सुशासन का रास्ता ई-गवर्नेंस के माध्यम से ही आता है, इसलिए सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना प्रत्येक सहयोगी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2020 को सुशासन संकल्प वर्ष के रूपमें मनाया जा रहा है, इसलिए कोविड-19 महामारी के बावजूद इस संकट को एक अवसर में बदलकर विभिन्न आईटी पहलें की गईं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य के लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी व्यवस्था मिलने के साथ-साथ कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा समाज की बेहतरी के लिए व्यवस्था परिवर्तन की विभिन्न पहलें की गई, जिनमें अंत्योदय सरल, सक्षम हरियाणा, सीएम विंडो, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का ध्येय जनता को ईज ऑफ लिविंग प्रदान करना, सिस्टम में पारदर्शिता लाना, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और बेहतर सार्वजनिकवितरण प्रणाली प्रदान करना है।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2020-21 में काम करने के लिए सीएमजीजीए के नए बैच का चयन करने के बाद प्रोग्राम की नॉलेज पार्टनर अशोका यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर नए बैच का प्रशिक्षण हो चुका है और जिले आवंटित कर दिये गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस बैच के लिए 2500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक हैं। इस बार 13 राज्यों महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, केरल, दिल्ली, हरियाणा,
इस बार आए सभी सहयोगी अर्थशास्त्र, कानून, सामाजिक क्षेत्रों में शैक्षणिक योग्यता प्राप्त हैं और इन सभी को विभिन्न सरकारों और सामाजिक संस्थाओं के साथ कार्य करने का अनुभव है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष सीएमजीजीए सक्षम हरियाणा, अंत्योदय सरल प्रोजेक्ट, महिला सुरक्षा, कौशल औररोजगार, अनुसंधान, ई-ऑफिस और कोविड-19 स्पोर्ट पर विशेष रूप से कार्य करेंगे।
बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने सहयोगियों के साथ अपने जीवन के अनुभवों को सांझा किया। सभी सीएमजीजीए ने ट्रेनिंग के दौरान हुए अपने-अपने अनुभव सांझा किए तथा अपनी टीम में काम करने का अवसर प्रदान करने तथा कुशल मार्गदर्शन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।