खेती संबंधी काले कानून बनाकर मोदी सरकार ने बड़ी कंपनियों को किसानों को लूटने की आजादी दी - सुनील जाखड़

बस्सी पठाना (फतेहगढ़ साहिब), 21 सितंबर । मोदी सरकार ने कृषि से जुड़े काले कानून बनाकर बड़ी कंपनियों को किसानों को लूटने की आजादी दे दी है। केन्द्र सरकार इस विधेयक पर लोगों को गुमराह कर रही हैं । पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ मोदी सरकार द्वारा लाए गए काले कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की कड़ी के तहत बस्सी पठाना में लगाए धरने के दौरान किसानों को संबोधित कर रहे थे ।
श्री जाखड़ ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों को गुमराह कर रही है कि नए खेती कानून के बाद किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसान को यह आजादी तो पहले भी थी और किसान पर देश में कहीं भी जाकर फसल बेचने पर कोई रोक नहीं थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इस कानून की सबसे बड़ी व्याख्या ही यही कर रही है लेकिन उसका यही सबसे बड़ा झूठ है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि असल में मोदी सरकार ने बड़ी कंपनियों को आजादी दी है कि वे अब बिना सरकारी नियंत्रण के देश के गरीब किसान को लूट सके। उन्होंने कहा कि अब तक व्यापारी को अपनी रजिस्ट्रेशन करवाकर मंडी में से फसल खरीदनी पड़ती थी, इस तरह वह किसान की फसल खरीद करके कहीं भाग नहीं सकता था। जबकि नई व्यवस्था में व्यापारी कौन है यह तो सरकार को भी पता नहीं होगा तो फसल लेकर रकम देने से अगर व्यापारी भाग गया तो किसान उसको कहां से ढूंढेगा।
श्री जाखड़ ने कहा कि मोदी सरकार ने एक साजिश के तहत यह काला कानून लाने के लिए वह समय चुना था ताकि करोना के डर से लोग इसका विरोध ना करें। . उन्होंने कहा कि सारा पंजाब इन कानूनों के खिलाफ है ।
श्री जाखड़ ने कहा कि इस मुद्दे पर त्यागपत्र का ड्रामा करने वाला अकाली दल असल में दोहरा खेल खेल रहा है व उसका दोहरा चरित्र अब नंगा हो चुका है । उन्होंने कहा कि अकाली दल का मोदी सरकार की नीतियों से विरोध है तो फिर केंद्र सरकार को समर्थन जारी रखने के क्या अर्थ ? उन्होंने कहा कि असल में अकाली दल ने इस्तीफा देकर अंगुली को खून लगाकर शहीद बनने की कोशिश की है जबकि वास्तव में यह भाजपा के एजेंट के तौर पर पंजाब के किसानों की एकता को भंग करने की नियत से पंजाब आए हैं । उन्होंने कहा कि साबका मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल अभी भी कह रहे हैं कि वे इन कानूनों को किसान विरोधी नहीं मानते बल्कि किसान इन्हे किसान विरोधी कह रहे हैं । जिससे स्पष्ट होता है कि इन्हें किसानों की परवाह नहीं है बल्कि ये तो अभी भी मोदी सरकार से सत्ता में भागीदारी के लिए उम्मीद लगाए बैठे हैं ।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में हमेशा ही किसानों के हितों की रक्षा की है, वह चाहे एसवाईएल नहर का मुद्दा हो या करोना काल में मंडियों की गिनती दो गुणी करके गेहूं की खरीद का काम हो ।
इस अवसर पर विधायक श्री गुरप्रीत सिहं व कार्यकारी जिला अध्यक्ष श्री सुभाष चंद्र भी उपस्थित थे।