यू.पी. के मुख्यमंत्री को हाथरस घटना में अंतर-राष्ट्रीय साजिश नजऱ आती है परन्तु मेरे लिए बड़ा दुखांत है -राहुल गांधी

6 October, 2020, 5:54 pm

पटियाला, 6 अक्तूबर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज यहाँ कहा कि हाथरस की घटना के पीछे अंतर-राष्ट्रीय साजिश देखना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ का अधिकार क्षेत्र है परन्तु मुझे निजी तौर पर इसमें बड़ा दुखांत नजऱ आ रहा है।

मीडिया के साथ बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ‘योगी आदित्यानाथ को अपनी राय देने का हक है, वह जो चाहे कल्पना कर सकते हैं, परन्तु मैंने देखा, मासूम लडक़ी का बेरहमी से कत्ल किया गया और उसके परिवार को डरा कर दबाया गया’।

राहुल गांधी ने कहा कि उसे इस घटना में दुखांत नजऱ आ रहा है और योगी आदित्यानाथ में भी इस घटना को इसी नज़रिए से देखने की नैतिकता होनी चाहिए थी।

कांग्रेस के लोक सभा मैंबर ने कहा कि हैरानी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से इस घटना को लेकर एक शब्द भी नहीं बोला गया जिसमें एक बच्ची के साथ बलात्कार करके उसका कत्ल कर दिया गया और उसके सभी परिवार पर प्रशासन की तरफ से हमलावर रूख अपनाया जा रहा है।

उनके और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ हाथरस की ओर जाते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से की गई धक्का-मुक्की हुई और बड़ी संख्या में कांग्रेसी वर्करों के खि़लाफ़ एफ.आई.आर. दर्ज किये जाने संबंधी राहुल गांधी ने कहा कि उसे और उसकी पार्टी के पुरुष और महिला सदस्यों को जो सहन करना पड़ा, वह उस दर्द के सामने कुछ भी नहीं जो पीडि़त परिवार सहन कर रहा है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से उसके ख़ुद के साथ की गई धक्का-मुक्की कोई बड़ा मसला नहीं परन्तु पीडि़त परिवार के साथ जो हुआ है वह वास्तव में धक्का है।

राहुल ने कहा कि उसका और उसकी पार्टी का फज़ऱ् भारत के लोगों की सुरक्षा करना है और इसी वजह से वह हाथरस गए और किसानों के साथ ठहरने के लिए पंजाब आए। उन्होंने कहा कि बेइन्साफ़ी के खि़लाफ़ हमारी लड़ाई में यदि लाठियाँ और धक्का-मुक्की सहनी पड़ी तो हम सहेंगे।

उन्होंने कहा कि कल्पना करो कि आपके पुत्र और बेटी का इस तरह कत्ल कर दिया गया हो और इंसाफ़ मांगने और विरोध करने के बदले आपके परिवार को निशाना बनाया जाये, यह है जो मैंने महसूस किया है। राहुल ने कहा कि वह हाथरस पीडि़त परिवार के साथ-साथ उन लाखों भारतीय महिलाओं के लिए भी वहाँ गए जो पीडि़त होती हैं और हज़ारों वह महिलाएं जो हर रोज़ मुल्क में बलात्कार का शिकार होती हैं।

यह पूछे जाने पर कि वह खेती बिलों पर वोटिंग के दौरान संसद में उपस्थित क्यों नहीं थे, राहुल ने कहा कि वह भी एक पुत्र हैं और पुत्र के तौर पर अपनी माँ के प्रति उनके फज़ऱ् हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता ने मैडीकल चैकअप के लिए जाना था और क्योंकि उसकी बहन कुछ पारिवारिक कारणों से नहीं जा सकती थी और यह फज़ऱ् निभाना उसकी जि़म्मेदारी थी।