# Delhi दिल्ली का दर्द ,श्याम मोहन की जुबानी
19 October, 2020, 7:23 pm

दिल्ली की आबोहवा बिगड़ गई है । देश के दिल दिल्ली के चारो तरफ धुंआ ही धुंआ है । शहर की इस बिगड़ी हुई सेहत को हमारे हुक्मरानों की गलत नीतियों ने निगल लिया है । सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधन से जुड़े श्याम मोहन यादव ने दिल्ली के बारे में एक कविता से एक संदेश दिया है।
ऐ शहर तुझे क्या हुआ है।
न आँधी है, न तुफां, फिर भी धुँआ-धुँआ है।
तेरे हालात पर रोऊँ, या अपने कसूर पर।
किसने छीनी है तेरी रंगत,
किसने की है, बदसलूकी ये तेरे साथ,
किसने लगायी ये कालिख तेरे चेहरे पर,
कभी जो मरते थे हम तुम पर,
आज खफा हम हैं, तुम पर,
तुम कहते कुछ क्यों नहीं, अपने हालात पर,
आज तेरे हालात पर तरस आता है,
कहीं तुम्हें भी तो मुझ पर नहीं?
बात क्या है? बताता क्यों नहीं?
आज तू मुस्कराता क्यों नहीं?
ये शहर तुझे क्या हुआ है?
बताता क्यों नहीं? बताता क्यों नहीं? बताता क्यों नहीं?