आम आदमी पार्टी की 3 महीने की सरकार पूरी तरह से नाकाम रही : सरदार सुखबीर सिंह बादल

संगरूर / बरनाला, 19जून: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार के तीन महीने के कार्यकाल के दौरान कानून-व्यवस्था तहस नहस होने के साथ साथ साम्प्रदायिक सदभाव पूरी तरह बिगड़ गया है।
अकाली दल अध्यक्ष ने जो संयुक्त पंथक और शिअद-बसपा उम्मीदवार बीबा कमलदीप कौर राजोआणा के समर्थन में अन्य स्थानों के अलावा फरवाड़ी तथा खुर्द कलां में सार्वजनिक सभाओं को संबोधित कर रहे थे ने कहा कि आप सरकार पंजाब को तबाह करने में लगी हुई है , और इसके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। ‘‘ पहले भगवंत मान ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राज्य का उप-शासन करने की अनुमति दी जिसके बाद उन्हे न केवल सभी अधिकारियों को दिल्ली बुलाने बल्कि उनका पोस्टिंग और तबादला करने की अनुमति दी ’’। उन्होने कहा कि सिर्फ इतना ही नही है। ‘‘ भगवंत मान ने हिमाचल प्रदेश और गुजरात जैसे चुनावी राज्यों में आम आदमी पार्टी के चुनाव अभियान का संचालन करने के लिए राज्य के संसाधनों का उपयोग कर केवल एक महीने में इस मकसद पर 24 करो़ड़ रूपये खर्च करने की अनुमति दी। इसी तरह वह पिछले तीन महीनों में 9000 करोड़ रूपये का कर्ज लेकर राज्य का कर्जा बढ़ा दिया है, तथा किसी भी बुनियादी ढ़ांचे के विकास पर एक भी रूपया खर्च नही किया गया है।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति तबाह होने से हर कोई डर में जी रहा है तथा कारोबारियों को जबरन वसूली का सामना करना पड़ रहा है। ‘‘ बसों को दिन दिहाड़े लूटा जा रहा है, यहां तक टारगेट कीलिंग और पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय जैसे राज्य संसाधनों पर हमले बढ़ रहे हैं’’। उन्होने कहा कि इन सबके बावजूद मुख्यमंत्री बेफिक्र दिखे और सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा वापिस लेने जैसे तुच्छ प्रचार में शामिल होकर खुश हुए, जिसके कारण सिद्धू की नृशंस हत्या हुई थी।
सरदार बादल ने यह भी कहा कि कैसे आप पार्टी की सरकार लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में विफल रही है। ‘‘पंजाब ऐसे समय बहुत बड़े बिजली कटौती का सामना कर रहा है, जब धान की रोपाई का मौसम शुरू हो गया है। शहरों में घंटों तक के बिजली के कट लग रहे हैं। धान रोपाई के मौसम में पर्यापत बिजली की व्यवस्था करने में सरकार पूरी तरह से विफल रही है।इस बीच बीबा कमलदीप कौर राजोआणा के समर्थन में प्रचार करते हुए सरदार बादल ने कहा कि संगरूर उपचुनाव से किसी पार्टी यां राज्य सरकार के भाग्य पर कोई असर नही पड़ेगा। ‘‘ हालांकि बीबा राजोआणा की जीत उन सिख बंदियों के परिवारों को फिर से जोड़ देगी जो जेल की सजा पूरी होने के बाद भी जेल में बंद हैं’’। उन्होने भाई बलवंत सिंह राजोआणा का उदाहरण दिया जो बिना पैरोल के 28 सालों से जेल में बंद हैं। उन्होने बताया कि कैसे प्रो. दविंदरपाल सिंह भुल्लर जैसे सिख बंदियों को आधिकारिक मंजूरी के बावजूद भी रिहा नही किया जा रहा क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले सात महीनों से उनकी रिहाई पर हस्ताक्षर नही किए हैं।
सरदार बादल ने संगरूर संसदीय सीट से एकतरफा चुनाव लड़ने के लिए पंथक एकता को विफल करने के लिए शिअद(अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान की भी निंदा की । उन्होने कहा कि अकाली दल ने पंथक एकता बनाने की पूरी कोशिश की है, और श्री मान को छोड़कर सभी पंथक संगठन बीबा राजोआणा की उम्मीदवारी का समर्थन करने आए हैं।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि श्री अकाल तख्त के जत्थेदार के निर्देश के बाद गहन विचार विमर्श करने के बाद ही बीबा राजोआणा को ‘पंथ’ द्वारा नामित किया गया है। उन्होने कहा कि बीबा राजोआणा भी पुलिस दमन का शिकार थी और राज्य में संघर्ष के दौरान उनकी बड़ी बहन और भाई की हत्या कर दी गई और उनके घर को जला दिया गया था।
इस अवसर पर हीरा सिंह गाबड़ियां, कुलवंत सिंह किटू और नाथा सिंह धनौला ने भी सभा को संबोधित किया