साका पंजा साहिब शताब्दी समारोह में सिक्ख जत्था पाकिस्तान जाएगा

नई दिल्ली, 27 सितंबर: भारतीय सिक्खों का जत्था आगामी 30 अक्टूबर को पाकिस्तान के रावलपिण्डी से 45 किलोमीटर दूर स्थित पवित्र पंजा साहिब जी गुरुद्वारा में आयोजित किए जाने वाले साका पंजा साहिब के शताब्दी समारोह में भाग लेगा। दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष स. हरमीत सिंह कालका ने बताया कि कुल 240 भारतीय सिक्खों का जत्था 28 अक्टूबर को अटारी/वाघा बार्डर पार करके पाकिस्तान प्रवेश करेगा। इस जत्थे में 40 श्रद्धालू राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से भाग लेंगे। जबकि बाकी 200 सदस्य देश के विभिन्न भागों से सम्मिलित होंगे।
स. कालका ने बताया कि यह जत्था 2 नवंबर को वापिस भारत पहुंचेगा तथा अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान यह ऐतिहासिक सिक्ख गुरुद्वारों पंजा साहिब, श्री ननकाणा साहिब तथा लाहौर के पवित्र गुरुद्वारों में नतमस्तक होकर मात्था टेकेगा।
साका पंजा साहिब के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि अमृतसर में अपनी मांगों के प्रति शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले सिख समुदाय को 30 अक्टूबर 1922 को जब ब्रिटिश अधिकारी दमनकारी नीतियों के अर्न्तगत सुदूर और दूरवर्ती जेलों मे कैद करने के लिए रेलगाड़ी से ले जा रहे थे तो सिख समुदाय को इसके बारे में जानकारी मिलते ही पंजा साहिब के सिक्ख समुदाय ने रेलगाड़ी रोककर निर्दोष सिक्खों को लंगर प्रदान करने का फैसला किया गया लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने पंजा साहिब रेलवे स्टेशन पर रेलगाड़ी रोकने से मना कर दिया जिससे सिक्ख समुदाय के लोग रेलवे की पटरी पर बैठ गए तथा कुछ निहत्थे प्रदर्शनकारी रेलगाड़ी की चपेट में आने से शहीद हो गए। इस त्रासदी से लोगांे में गंभीर रोष पैदा हो गया जिससे आज़ादी के आंदोलन को नया बल मिला ।
इन शहीदों की यादगार में विभाजन से पहले पंजा साहिब में 30 अक्टूबर से 2 नवंबर तक चार दिवसीय मेला आयोजित किया जाता था।
स. कालका ने बताया कि जत्थे में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना से प्रतिरक्षा का टीकाकरण प्रमाण मत्र आवश्यक है तथा कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट भी आवश्यक है। जाने वाले सभी श्रद्धालुओं की जांच अटारी वाघा बार्डर पर की जाएगी तथा कोरोना पाज़िटिव केसों को वापिस भेज दिया जाएगा।
दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव स. जगदीप सिंह काहलों ने बताया कि श्रद्धालुओं को बस/रेलगाड़ी से यात्रा करवाई जाएगी जिसका औसतन खर्चा लगभग 6000 रुपये आंका गया है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के ठहरने/लंगर की व्यवस्था गुरुद्वारों में की जाएगी तथा पाकिस्तान सरकार के कर्मचारियों द्वारा सभी श्रद्धालुओं को अलग से कमरे आवंटित करके उन्हें अडवांस में आरक्षण प्रदान किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की कोविड जांच के लिए गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में विशेष कोविड टेस्ट कैंप लगाया जाएगा जिसकी जानकारी सभी श्रद्धालुओं को अग्रिम रूप में दी जाएगी। उन्होंने श्रद्धालुओं को अपने साथ हल्का सामान रखने का अनुरोध किया ताकि उनकी यात्रा सुगम रह सके।