G-20 सम्मेलन: महाराष्ट्र की विरासत, संस्कृति और प्रगति को विश्व स्तर पर साझा करने का अवसर

नई दिल्ली, 07: भारत को पहली बार एक दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 की अवधि के लिए जी-20 परिषद की अध्यक्षता मिली है. इस अवसर पर इस परिषद की बैठकें देश के विभिन्न राज्यों तथा स्थानों पर आयोजित की जाएंगी, ऐसी जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने देते हुए बताया कि यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर महाराष्ट्र की प्रमुख पहचान को उजागर करने के लिए उपयोगी होगा. इसके लिए विभिन्न विभागों ने तैयारी शुरू कर दी है।
महाराष्ट्र में कुल 14 बैठकें होंगी और पहले चरण की बैठकें 13 दिसंबर से 16 दिसंबर 2022 तक मुंबई में आयोजित की गई है। इस अवसर पर राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के माध्यम से तैयारी की जा रही है ताकि विभिन्न देशों से आने वाले प्रतिनिध, महाराष्ट्र की विरासत, संस्कृति, परंपरा, उन्नती और प्रगति के बारे में जान सकें। इसके जरिए महाराष्ट्र की ब्रांडिंग की जाएगी।
राज्य सरकार के विभिन्न विभागों और जिन शहरों में बैठकें होंगी, नगर निगम और अन्य स्थानीय स्वशासी निकायों के माध्यम से इस सम्मेलन को भेट देनेवाले विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को महाराष्ट्र की विरासत और विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की दृष्टि से अवगत कराया जाएगा। राज्य में होनेवाली पहली बैठक 13 से 16 दिसंबर के बीच होगी, जिसमें विभिन्न देशों के 200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे. मुंबई में इस सम्मेलन की बैठकों की पृष्ठभूमि में, गेटवे ऑफ इंडिया, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मरीन ड्राइव, छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय सहित जी-20 सम्मेलन के मार्ग के सभी ऐतिहासिक विरासत स्थलों और स्मारकों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। मुंबई नगर निगम की विभिन्न प्रणालियों के माध्यम से, बांद्रा-कुर्ला परिसर में विभिन्न औद्योगिक समूहों के भवनों पर रौशनाई, कान्हेरी लेनी मार्ग का सौंदर्यीकरण, राजीव गांधी सेतु और छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इलेक्ट्रिक रौशनी की जाएगी ।
सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर से 13 दिसंबर को गेटवे ऑफ इंडिया के पास होटल ताज में राज्य की लोककलाओं पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि 14 दिसंबर को फिल्म उद्योग के प्रसिद्ध कोरियोग्राफर टेरेंस एंड लुईस का कार्यक्रम बांद्रा के होटल ताज एन्ड में होगा।
उद्योग विभाग की ओर से कार्यक्रम स्थल के साथ-साथ गणमान्य व्यक्तियों के ठहरने के स्थान पर भी कुल 4 स्टॉल लगाए जाएंगे। इस स्थान पर राज्य के हस्तशिल्प की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
मुंबई नगर निगम की ओर से शहर के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थानों और स्मारकों का सौंदर्यीकरण, सड़कों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण, यातायात द्वीपों का सौंदर्यीकरण, फुटपाथों को रंगा जाएगा, परिषद के गणमान्य व्यक्तियों के आवास और सभा स्थल को फूलों से सजाया जाएगा। यह जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि सम्मेलन समावेशी, उन्मुख और निर्णायक होगा, तथा एजेंडे में पर्यावरण परिवर्तन, महामारी और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा शामिल होगी।