हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का मुख्यमंत्री बनने तक का सफर

11 December, 2022, 6:20 pm

चौथी बार नादौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने और कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष  सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के 15 वे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अगले करने शिमला के रिज मैदान में सुकू को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली उनके साथ मुकेश अग्निहोत्री ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।

मुख्यमंत्री का व्यक्तिगत जीवन का परिचय 

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के नादौन तहसील के शेरा गांव के रहने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 26 मार्च 1964 को हुआ था। इनके पिता रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम शिमला में ड्राइवर थे।

सुखविंदर सिंह की माता संसार देवी गृहणी है। अपने चार भाई बहनों में से सुखविंदर सिंह सुक्खू दूसरे नंबर पर हैं उनके बड़े भाई राजीव सेना से रिटायर हैं. उनकी दो छोटी बहनों की शादी हो चुकी है। सुखविंदर सिंह सुक्खू की शादी 11 जून 1998 को कमलेश ठाकुर से हुई उनकी दो बेटियां है। दोनो बेटियां दिल्ली विधवविद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर रही है ।

राजनीतिक यात्रा

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के छात्र विंग एनएसयूआई से अपनी राजनीति की शुरुआत की। शिमला के संजौली कॉलेज में क्लास रिप्रेजेंटेटिव और स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन के महासचिव के रूप में काम किया। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 1988 में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला इसके बाद 1995 में उनको युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव की कमान मिली। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने छात्र राजनीति में अपनी लीडरशिप इतनी मजबूत कर ली थी की 1998 से 2008 तक लगातार युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। वे दो बार शिमला नगर निगम के पार्षद भी बने। उन्होंने वर्ष 2003 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीते। वर्ष 2007, 2017 और अब 2022 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए। हालांकि वह वर्ष 2012 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। 8 जनवरी 2013 को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला। 2017-18 के चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद 10 जनवरी 2019 को अध्यक्ष पद से हट गए। 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने उनको हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति के अध्यक्ष और टिकट वितरण कमेटी का सदस्य बनाकर एक बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी।