राहुल गांधी ने कहा, विजय माल्या भारत छोड़ने से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मिला था

27 August, 2018, 1:10 pm

लंदन, 27 अगस्त : एसबीआई समेत 17 भारतीय बैंकों के 9 हजार करोड़ रुपए लेकर भागे शराब कारोबारी विजय माल्या को लेकर राहुल गांधी ने भाजपा नेताओं पर हमला बोला। राहुल ने शनिवार को यहां एक कार्यक्रम में आरोप लगाया कि माल्या भारत छोड़कर जाने से पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिला था। इसका दस्तावेज भी है। हालांकि, उन्होंने भाजपा नेताओं का नाम बताने से इनकार कर दिया। माल्या 2016 में भारत छोड़कर लंदन भाग गया था। उसे वापस लाने के लिए भारतीय एजेंसियां इंग्लैंड में कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं। 

राहुल गांधी ने इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के कार्यक्रम में कहा कि मोदी सरकार भारतीय बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने वाले कारोबारियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाती। इस दौरान उन्होंने पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी का नाम भी लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीरव-मेहुल के साथ प्रधानमंत्री के अच्छे रिश्ते हैं। इस वजह से इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।

उन्होंने माल्या को मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में स्पेशल ट्रीटमेंट देने के सवाल पर कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। न्याय सभी लोगों के साथ समान होना चाहिए। दरअसल, माल्या के प्रत्यर्पण केस की सुनवाई के दौरान ब्रिटेन की कोर्ट ने भारत से उस ऑर्थर रोड जेल का वीडियो सौंपने को कहा था, जहां उसे रखा जा सकता है।

राहुल ने बताया कि लोग इन नेताओं का समर्थन इसलिए करते हैं कि उनके पास नौकरी नहीं है। वे इस वजह से गुस्से में हैं। समाधान के बजाए ये नेता उस गुस्से को भुनाते हैं और देश को नुकसान पहुंचाते हैं। राहुल ने कहा कि भारत में बेरोजगारी का संकट बड़ा है और भारत के प्रधानमंत्री इसे स्वीकार नहीं करना चाहते। 

राहुल से पत्रकारों ने सवाल किया- क्या आप खुद को भारत के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखते हैं? इस पर उन्होंने कहा, "मैं यह सपना नहीं देखता। फिलहाल मैं इस बारे में नहीं सोच रहा। मैं खुद को एक वैचारिक लड़ाई लड़ने वाले के तौर पर देखता हूं। मुझमें यह बदलाव 2014 के बाद आया। मुझे लगा कि भारत में जैसी घटनाएं हो रही हैं, उससे भारत और भारतीयता को खतरा है। मुझे इससे देश की हिफाजत करनी है।" इससे पहले मई में राहुल गांधी ने इसी सवाल पर बेंगलुरु में कहा था- अगर 2019 के चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है तो फिर मैं प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकता?

कांग्रेस की वजह से तीन तलाक बिल पास न हो पाने के सवाल पर राहुल ने कहा, "हम तीन तलाक के खिलाफ नहीं हैं। हमें इसे अपराध घोषित किए जाने पर आपत्ति है। फिर भी हम इसकी राह में रुकावट नहीं बन रहे। लेकिन भाजपा आरोप लगाती है कि यह बिल कांग्रेस की वजह से पास नहीं हो पाया।"

डोकलाम पर पूछे गए एक सवाल पर राहुल ने कहा, "चीन ने वहां बड़े पैमाने पर निर्माण कर लिया है। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) हाल ही में चीन गए, लेकिन डोकलाम विवाद पर चर्चा नहीं की। भाजपा सरकार भले ही कहती है कि चीन ने वहां से सेना हटा ली है, लेकिन हकीकत इससे उलट है।"

राहुल ने यह भी कहा, "मेरी राजनीतक विचारधारा...भारत में बहुत पुराना विचार है और यह हजारों सालों से आरएसएस के विचार से लड़ रहा है। आरएसएस और भाजपा ने मेरी विचारधारा का विकास किया। उन्होंने हर मोर्चे पर मुझ पर हमला करके मुझे आगे बढ़ाया।"

सुषमा स्वराज पर राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) विदेश मंत्री (सुषमा स्वराज) से कोई फीडबैक नहीं लेते। आखिर क्यों विदेश मंत्री वीजा के लिए काम करती रहती हैं? भारत में हम इस पर गर्व करते हैं, लेकिन यह विदेश मंत्री का काम नहीं, यह दूतावास का काम है। विदेश मंत्री का काम है देश की विदेश नीति बनाना, विदेश संबंधों पर योजना बनाना, लेकिन सरकार के पास उनका कोई इस्तेमाल नहीं है। सुषमा स्वराज काफी सक्षम हैं। लेकिन उन्हें हर मौके पर अपमानित किया जाता है। प्रधानमंत्री उन्हें अपने साथ विदेश दौरों पर भी नहीं ले जाते।