दादूवाल ने कहा सुखबीर, मजीठिया 15 दिन में आरोप सिद्ध करें या फिर अकाल तख्त पर आकर माफी मांगें

बरगाड़ी/बठिंडा, 30 अगस्त: बरगाड़ी में मोर्चा लगाकर बैठे तख्त श्री दमदमा साहिब के समानांतर जत्थेदार भाई बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल और बिक्रमजीत सिंह मजीठिया ने उनके खातों में आईएसआई ने 16 करोड़ रुपए भेजने की जो बात कही है, वे उसकी किसी भी एजेंसी से जांच करवाने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि मेरे खाते में अभी तक डेढ़ लाख रुपए हैं। एक साल में 10 लाख रुपए का लेन-देन हुआ है। मैंने एचडीएफसी बैंक से धर्म प्रचार के लिए 20 लाख रुपए का लोन ले रखा है। इसकी मैं बाकायदा किश्तें भर रहा हूं। वहीं उन्होंने पंजाब सरकार से मांग रखी कि 10 साल में सुखबीर बादल और विक्रमजीत सिंह मजीठिया की तरफ से कमाई गई अरबों रुपए की नामी व बेनामी संपत्ति की जांच करवाएं व इन पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल व विक्रमजीत सिंह मजीठिया 16 करोड़ रुपए वाली बात 15 दिन में सिद्ध करें या फिर सिख कौम के साथ दगा करने को लेकर अकाल तख्त साहिब पर आ कर माफी मांगें। मुख्यमंत्री व अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ उनकी फोटो दिखाकर उनके व कांग्रेस के बीच के संबंधों की चर्चा पर उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल खुद बरगाड़ी बेअदबी व बहबल गोलीकांड की जांच में फंस रहे हैं, इसी के चलते वह पुरानी फोटो वायरल कर लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
बेअदबी के मामलों में बादलों और बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम आने पर अब कैप्टन सरकार इन्हें सुरक्षा मुहैया करवा दें कि क्योंकि जहां भी ये लोग जाएंगे इन्हें लोग पत्थर मारेंगे और लोग इन्हें गांवों में घुसने नहीं देंगे। इस दौरान मंच संचालन भाई जसकरन सिंह काहन सिंह वाला, जसविंदर सिंह साहोके, रणजीत सिंह वांदर और जगदीप सिंह भुल्लर ने किया। एसजीपीसी प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल की ओर से कांग्रेसी होने के आरोप पर जत्थेदार दादूवाल ने फोटो दिखाते कहा, मजीठिया, सुखबीर और लोंगोवाल स्पष्ट करें कि कांग्रेसी मैं हूं या जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह या हरप्रीत सिंह जो कैप्टन और उनकी पत्नी को सिरोपे दे रहे थे।
दादूवाल ने कहा कि 2014 में हरियाणा कमेटी बनने के समय बादलों ने मेरे खातों को फ्रीज करवाया था और उस समय भी आरोप लगाया था कि मेरे खाते में साढ़े चार करोड़ रुपए हैं जबकि उस समय भी मेरे खाते में एक पैसा नहीं था। बाद में मैंने अदालत में एप्लीकेशन लगाकर उक्त खातों को शुरू करवाया। मैं कैप्टन से बरगाड़ी मामले में 6 जून को मिला था। उन्होंने कहा कि अब विधानसभा में जस्टिस रंजीत सिंह जांच आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक हो चुकी है और आरोपियों के चेहरे सामने आ चुके हैं। कैप्टन सरकार को अब इन आरोपियों पर तुरंत कार्रवाई करके जेल की सलाखों में बंद कर देना चाहिए। अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इन आरोपियों को जेल नहीं भेजा तो पंजाब के लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह को कभी माफ नहीं करेंगे। जहां तक कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने की बात है। उन्हें सिर्फ 6 जून को पंजाब भवन में बरगाड़ी मामले में मिला था। वैसे में पंजाब का नागरिक हूं मैं किसी से भी मिल सकता हूं चाहे वो राष्ट्रपति हो या फिर मुख्यमंत्री।
शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान ने पंजाब और केंद्र सरकार को सलाह देते कहा कि वह शिरोमणि कमेटी के समूह सदस्यों सहित बादल परिवार की सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स तैनात कर दे, चूंकि अब गांवों और शहरों में लोग इनको घुसने नहीं देंगे। उन्होंने साथ ही पंजाब सरकार से मांग की कि इस सच्चाई के सामने से डर कर विदेशों में भागने से रोकने के लिए बादल परिवार और मजीठिया के पासपोर्ट भी जब्त किए जाए। उन्होंने दमदमी टकसाल के प्रमुख से भी सफाई मांगी की कि वह जवाब दें कि आज वह बेअदबी करने वाले आरोपियों के साथ हैं या गुरू के साथ?