मेरठ में एससी-एसटी सवर्ण अधिनियम को लेकर आंदोलन पर आज हाई अलर्ट

6 September, 2018, 12:21 pm

लखनऊ, 6 सितम्बर: एससी-एसटी अधिनियम में हुए संशोधन के विरोध में सवर्ण जातियों द्वारा गुरुवार को बंद का आह्वान किया गया है। सोशल मीडिया के माध्यम से इस बंद को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम हो चला है। बंद के आयोजन को लेकर बैठकों का दौर जारी है। बंद को लेकर व्यापारी से लेकर अधिकारी तक सभी अलर्ट हैं।

एससी-एसटी अधिनियम को लेकर सवर्ण जातियों के छह सितंबर को आंदोलन के ऐलान पर हाई-अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस-प्रशासन ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। पिछले दो दिनों से खुफिया विभाग और इंटेलीजेंस की टीम इस बारे में इनपुट जुटा रही थी, जिसके बाद अलर्ट किया गया है। कुछ सवर्ण जातियों के संगठनों से भी संपर्क किया गया है, लेकिन अभी किसी भी तरह की रणनीति या आंदोलन प्रदर्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट में संशोधन करते हुए तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। इसे लेकर दलितों ने विरोध जताया और दो अप्रैल को बड़े आंदोलन की घोषणा कर दी। इसके बाद दो अप्रैल को दलितों और कई संगठनों ने मिलकर जगह-जगह आंदोलन किए। इस दौरान आंदोलन हिंसक हुए और कई लोगों की जान गई। मानसून सत्र में एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।

अब इस मुद्दे को लेकर सवर्णों ने विरोध शुरू कर दिया है। राजनीतिक पार्टी पदाधिकारी भी विरोध में खड़े हो गए हैं। सवर्णों से जुड़े संगठनों ने छह सितंबर को पूरे देश में बंद का आह्वान किया है। इसकी जानकारी पर एलआईयू और बाकी तमाम खुफिया तंत्र को अलर्ट किया गया है। पिछले दो-तीन दिनों से सभी इनपुट जुटा रहे हैं और कई संगठनों से संपर्क किया गया है।

बावजूद इसके आंदोलन या विरोध प्रदर्शन को लेकर कोई खास जानकारी वेस्ट यूपी में नहीं मिल सकी है। सोशल मीडिया के सहारे मैसेज फैलाए जा रहे हैं और बाजारों को बंद रखने और सवर्ण सरकारी कर्मचारियों से छुट्टी लेकर विरोध जताने के लिए मांग की जा रही है।
इन्हीं मैसेज और जानकारी के अनुसार पुलिस-प्रशासन ने अलर्ट कर दिया है। सभी जगहों पर पुलिस की तैनाती सुबह से कर दी जाएगी। इसके अलावा जरूरी हुआ तो देर रात या सुबह से ही धारा 144 लागू करने के लिए भी योजना बना ली गई है। पुलिस-प्रशासन और शासन इस बात को लेकर तैयार है कि दो अप्रैल की तरह हिंसा न भड़के और कोई बड़ा मुद्दा न बनने पाए, इसके लिए अधिकारियों ने निर्देश जारी किए हैं।

एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि बंद का आह्वान किसी संगठन द्वारा नहीं किया गया है और ना ही इसको लेकर कहीं कोई प्रचार हुआ है। लेकिन फिर भी पूरे जोन में अलर्ट किया गया है और किसी को भी कानून का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा।

कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कहा कि बंद को लेकर सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं और पूरी सतर्कता बरती जा रही है। खुफिया विभाग को भी सतर्क कर दिया गया है। पल-पल की रिपोर्ट अधिकारियों से ली जा रही है।