वायुसेना प्रमुख ने कहा राफेल फाइटर और एस-400 मिसाइल सिस्टम से देश की लड़ाकू क्षमता बढ़ेगी

12 September, 2018, 3:23 pm

नई दिल्ली, एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ ने बुधवार को कहा कि फाइटर प्लेन राफेल और रूस के मिसाइल डिफेंस सिस्टम से देश की लड़ाकू क्षमता बढ़ेगी। सरकार का फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का फैसला सही है। धनोआ के मुताबिक, "उच्च क्षमता से लैस राफेल फाइटर इसलिए जरूरी है क्योंकि हमारा मध्यम तकनीकी क्षमता वाला तेजस अकेले सुरक्षा नहीं कर सकता।'' एयरफोर्स चीफ कहते हैं कि भारतीय वायुसेना ने तेजस में काफी निवेश किया है। हम तेजस मार्क-2 विमानों की 12 स्क्वॉड्रन लाने के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन इससे पहले 123 मार्क-1ए तेजस लाए जाएंगे।

धनोआ के मुताबिक, "भारत जैसी चुनौतियां दुनिया के किसी और देश के सामने नहीं हैं। हमारे दुश्मनों का इरादा रातोंरात बदल सकता है। लिहाजा हमें अपने विरोधियों के बराबर होना चाहिए। 10 से ज्यादा लड़ाकू स्क्वॉड्रन की कमी हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। पाकिस्तान के पास 20 स्क्वॉड्रन हैं जिसमें अमेरिका के एफ-16 और चीन के जे-17 लड़ाकू विमान हैं। चीन के पास 1700 लड़ाकू विमान हैं, जिसमें 800 चौथी पीढ़ी के फाइटर हैं। जबकि भारत के पास 42 स्वीकृत स्क्वॉड्रन के बदले 31 लड़ाकू स्क्वॉड्रन रह गई हैं।''