अमेरिका में भारतीय मूल की राजनयिक उजरा ने इस्तीफा दिया, ट्रम्प प्रशासन पर नस्लीय-अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया

वॉशिंगटन, 25 सितंबर: भारतीय-अमेरिकी मूल की वरिष्ठ राजनयिक उजरा जेया ने अमेरिकी राज्य विभाग से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ट्रम्प प्रशासन में नस्लीय और अभद्र व्यवहार होने का आरोप लगाया। साथ ही, कहा कि राज्य विभाग और दूतावास के उच्चाधिकारी अल्पसंख्यकों का बहिष्कार कर रहे हैं।
अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव का आरोप
-
उजरा के पिता भारतीय हैं, जबकि उजरा का जन्म अमेरिका में ही हुआ था। वे 25 साल से राज्य विभाग में काम कर रही थीं। हालांकि, अब उन्होंने विभाग में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव होने की बात कही है।
-
उजरा ने बताया, ‘‘ट्रम्प प्रशासन शुरू होने के पांच महीने बाद ही विभाग के तीन वरिष्ठ अफ्रीकी-अमेरिकी अधिकारी या तो निकाल दिए गए या उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनकी जिम्मेदारी श्वेत लोगों को सौंप दी गई।
-
उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में मैंने गौर किया कि अच्छा काम करने वाले अल्पसंख्यक राजनयिकों को सचिवालय की बैठकों में नहीं बुलाया जाता है। वहीं, जिम्मेदारी वाले काम भी नहीं सौंपे जा रहे हैं।’’
-
उच्चाधिकारियों को हटाने का मामला नहीं है। उजरा के विश्लेषण के मुताबिक, अमेरिकी विदेश सेवा संघ में ट्रम्प प्रशासन ने 64% श्वेत पुरुषों को तैनात किया है। यह आंकड़ा ओबामा प्रशासन के आठ साल के कार्यकाल से 7% ज्यादा है। वहीं, राष्ट्रपति ट्रम्प अपने कार्यकाल में किसी भी अफ्रीकी-अमेरिकी महिला राजनयिक को नॉमिनेट करने में विफल रहे।