मेडिकल कॉलेज अमृतसर में पहली से ड्रैस कोड होगा लागू

अमृतसर,26 सितम्बर: सरकारी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने छात्र-छात्राओं पर कॉलेज में जींस टी-शर्ट, कैपरीज, या स्कर्ट्स पहन कर आने पर पाबंदी लगा दी है। ड्रेस कोड को लेकर इस नए फरमान से पूरे कॉलेज में हड़कंप मच गया है। यह कोड पहली अक्टूबर से प्रभावी होगा।
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने मंगलवार को इस संदर्भ में जारी नोटिफिकेशन में कहा है कि विद्यार्थी कॉलेज टाइम क्लास (थ्योरी तथा प्रेक्टिकल) में इसे न पहन कर आएं क्योंकि यह असभ्य लगता है नोटिफिकेशन के मुताबिक कॉलेज के इंटर्नस, एमबीबीएस, बीएससी कोर्सों तथा डिप्लोमा कोर्सों की सारी छात्राएं सूट सलवार या ट्राउजर-शर्ट पहन कर आएं। इसी तरह से छात्र फारमल ट्राउजर-शर्ट और उसके ऊपर सफेद रंग का एप्रेन पहन कर आएं।
नोटिफिकेशन में प्रिंसिपल ने लिखा है कि इसे यकीनी बनाया जाए और संबंधित क्लासों के टीचर इस पर नजर रखें। अगर कोई इस हिदायत का उल्लंघन करता है तो उसका नाम, क्लास तथा रोल नंबर लिख कर तुरंत सूचित किया जाए। इस फरमान का कापी विभागों के मुखी, यूनिट इंचार्ज, हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट, प्रिंसिपल ऑफिस के सुपरिंटेंडेंट आदि को भी भेजी गई है।
विवादों में रहने वाले मेडिकल कॉलेज में इस फरमान से छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। उनका कहना है कि उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में दखल है। स्टूडेंट्स यूनियन ने कहा है कि यह उसे मंजूर नहीं है। ड्रेस कोड थोपना गलत है। यूनियन के प्रधान मनसिमरत सिंह ने कहा कि इस संदर्भ में स्टूडेंट्स बॉडी की बैठक बुलाई गई है, उसमें तय किया जाएगा कि ड्रेस कोड को मानना है कि नहीं।