आटो पार्ट्स और हैंड टूल टेक्रोलॉजि इंस्टीट्यूट का अपग्रेडेशन करने से पंजाब एक विश्व स्तरीय उत्पादक और निर्यात केंद्र बना

चंडीगढ़,
पंजाब सरकार की लगातार कोशिशों के परिणाम स्वरूप ए.एस.आई.डी.ई. स्कीम के अंतर्गत इंस्टीट्यूट फॉर आटो पार्टस एंड हैड टूल टेक्नोलॉजि, लुधियाना में अपग्रेड किया गया, जिसके अंतर्गत प्लांट और मशीनरी में 12 करोड़ रुपए का निवेश किया गया।
यह उल्लेख करते हुए पंजाब के उद्योग और वाणिज्य मंत्री श्री सुन्दर शाम अरोड़ा ने बताया कि इन आधुनिक प्रौद्यौगिकी सहूलतों के शुरू होने से जहाँ संस्थागत, माईक्रो, छोटे और मध्यम क्षेत्रों विशेष तौर पर हैंड टूल और आटो पार्ट बनाने वाले उत्पादकोंं को लाभ मिलेगा, वहीं वह विश्व बाज़ार में प्रतियोगी बनेंगे और राज्य में निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि अब राज्य में एम.एस.एम.ई. के पास विश्व स्तरीय आर एंड डी, टेस्टिंग और उत्पादन की सुविधाएं होंगी।
उद्योग और वाणिज्य मंत्री ने आगे कहा कि इस संस्था की मज़बूती से हैंड टूल और आटो कंपनियों को अपना उत्पादन बढ़ाने और उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रेरणा मिलेगी, जिससे पंजाब राज्य में निर्यात और लाभ बढ़ेगा।
जिक्रयोग है कि हाल ही में उद्योग और वाणिज्य विभाग पंजाब के अतिरिक्तमुख्य सचिव, श्रीमती विन्नी महाजन की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में प्रोजैक्ट मोनिटरिंग कमेटी (पी.एम.सी.) ने इस संस्था की प्रगति की समीक्षा की थी। श्रीमती विन्नी महाजन ने बताया कि इंस्टीट्यूट के सफलतापूर्वक अमल और मज़बूती ने आधुनिक तकनीकी बुनियादी ढांचों का निर्माण किया है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध सहूलतों के बराबर है। उन्होंने बताया कि इन सहूलतों से जहाँ यह संस्था अंतरराष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में शुमार हुई है, वहीं स्थानीय उत्पादकों और निर्यातकों के पास अब अपग्रेड किये प्लांट, मशीनरी और विश्व स्तरीय उपकरणों की उपलब्धता है।