अगर मोदी किसानों को बचाने के लिए आगे न आया तो पंजाब सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कीमत कटौती के लिए राज्य के किसानों को सब्सिडी देगी- कैप्टन अमरिन्दर सिंह

9 May, 2019, 11:57 am

समाना(पटियाला), 

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ऐलान किया है कि अगर मोदी सरकार ने बेमौसमी बारिश के कारण फसलों को हुए नुक्सान के सम्बन्ध में गेहूँ के न्यूनतम खरीद मूल्य पर कीमत कटौती संबंधी उनकी माँग स्वीकार न की तो राज्य सरकार किसानों को इस सम्बन्ध में राहत देगी। 

पटियाला से कांग्रेसी उम्मीदवार परनीत कौर के हक में यहाँ एक रैली को संबोधन करने के बाद कुछ पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बात को यकीनी बनाऐंगे कि इस सम्बन्ध में किसानों पर कोई भी बोझ न पड़े और उनको कोई भी नुक्सान न उठाना पड़े क्योंकि उनकी कोई भी गलती नहीं है। उन्होंने ऐलान किया कि राज्य सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कीमत कटौती की सब्सिडी देगी। 

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पंजाब के किसानों के साथ सोतेली माँ वाला सलूक कर रही है। उसका उद्देश्य राज्य की कांग्रेस सरकार की प्रतिष्ठा को घटाना है। केंद्र सरकार के बोरियों को हरियाणा की ओर भेजने और रबी 2019 -20 के मंडी सीजन के दौरान ढील दिए गए मापदण्डों के अनुसार खऱीदी गई गेहूँ के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कीमत कटौती लागू करने के फ़ैसले की मुख्यमंत्री ने उदाहरण दी। उन्होंने कहा कि बार-बार विनतियाँ करने और उनकी तरफ से कीमत कटौती के मुद्दे पर खुद प्रधानमंत्री को चि_ियाँ लिखने के बावजूद केंद्र सरकार ने इस सम्बन्धी कोई भी स्वीकृति नहीं दी। उन्होंने किसानों की दशा को अनसुनी करने के लिए मोदी सरकार को बहुत अधिक कोसा। 

इससे पहले रैली को संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने स्वर्गियप्रधानमंत्री राजीव गांधी पर शर्मनाक टिप्पणियों के लिए मोदी की तीखी आलोचना की। उन्होंने हथियारबंद सेनाओं की प्राप्तियों का सेहरा मोदी द्वारा अपने सिर बाँधने की की जा रही लगातार कोशिशों की भी आलोचना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी का शासन वायदों के पूरे न होने की कहानी के अलावा और कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि नोटबन्दी कालेधन को नकेल डालने में असफल रही है जबकि जी.एस.टी. ने हज़ारों छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। 

मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि देश को सांप्रदायिक आधार पर बाँटने की कोशिशें करने के लिए भारत के लोग मोदी को सबक सिखाएँगे। उन्होंने कहा कि मोदी के फुटडालू एजंडे को आगे और चलाने की आज्ञा नहीं दी जायेगी। उन्होंने कहा,‘‘हमें यह फ़ैसला करना है कि हमें एक धर्म निरपेक्ष देश चाहिए या धर्म के आधार पर बँटा हुआ देश।’’

फुटडालू राजनीति के लिए बादलों की तीखी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने दोहराया कि अकाली नेता अपने कुकर्म की सज़ा से बच नहीं सकते। उन्होंने कहा कि बेअदबी के मामले में सांप्रदायिक बाँट पैदा करने की स्पष्ट कोशिश थी जिसके लिए उनको हिसाब देना ही पड़ेगा। 

बालाकोट हवाई हमले की जानकारी न होने पर सन्नी देओल पर चुटकी ली, फिल्मी अभिनेता को उम्मीदवार के तौर पर खड़े करने के लिए भाजपा की पसंद की खिल्ली उड़ाई

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सन्नी देओल और अन्य ऐकटरों को इन चुनाव के दौरान राष्ट्रवादी एजंडे के चिह्न के तौर पर उभारने की भाजपा की पसंद की खिल्ली उड़ायी। उन्होंने बालाकोट संबंधी देओल की टिप्पणी पर भी चुटकी ली जिससे वह बिल्कुल भी अवगत नहीं था। उन्होंने कहा कि इससे इन लोगों के स्तर का पता लगता है जिनको भाजपा भारत के लोगों पर थोपना चाहती है। उन्होंने कहा कि बालाकोट का सेहरा मोदी अपने सिर पर बांध रहा है परन्तु उसके बंदो (देओल) को यह भी नहीं पता वहाँ क्या हुआ था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभिनेता सिफऱ् शो -पीस ही हैं। हेमा मालिनी ने भी लोकसभा में अपना मुँह नहीं खोला जबकि वह पिछले पाँच सालों से मथुरा से नुमायंदगी करती रही है। 

इससे पहले अपने भाषण में परनीत कौर ने नोटबन्दी को आम लोगों के लिए एक आफ़त बताया जिसने आम लोगों के लिए पहाड़ जितनी मुसीबतें पैदा कीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियाँ पूरी तरह लोक विरोधी हैं। उन्होंने लोगों को अपने और देश के हित में भाजपा को गद्दी से उतारने की अपील की। 

परनीत कौर ने पिछले दो सालों में आर्थीक कठिनाईयों के बावजूद पंजाब में हुए विकास कामों के लिए कांग्रेस सरकार की सराहना की। उन्होंने खेती कजऱ् माफी स्कीम बिना किसी पक्षपात से लागू किये जाने की बात कही और इस सम्बन्धी किसी भी तरह के पक्षपात को रद्द किया। 

इस रैली में फतेहगड़ साहिब और संगरूर के कांग्रेसी उम्मीदवार डा. अमर सिंह और केवल सिंह ढिल्लों भी उपस्थित थे।