सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त दवाएँ देने सम्बन्धी किसी भी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी-बलबीर सिंह सिद्धू


चंडीगढ़, 12 जून:
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में मुहैया करवाई जा रही हर किस्म की मुफ़्त दवाओं की उचित उपलब्धता को यकीनी बनाया जाना चाहिए जिससे लोगों को ज़रूरी दवाएँ लेने के लिए भाग-दौड़ न करनी पड़े और उनको प्राईवेट ड्रग स्टोरों से दवाएँ खरीदने के लिए पैसे न ख़र्च करने पड़ें। मानक दवाएँ और ईलाज मुहैया करवाने में किसी भी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यह मेरा मुख्य एजेंडा है कि राज्य के निवासियों को सरकारी अस्पतालों में मानक स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया करवाई जाएँ। उक्त प्रगटावा स. बलबीर सिंह सिद्धू, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के सभी विंगों के प्रोग्राम अफ़सरों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए किया।
मंत्री ने कहा,‘‘मॉनसून आने वाला है, इसलिए मैं समूह उच्च अधिकारियों को विनती करता हूँ कि राज्य के निवासियों को समर्पित भावना से सेवाएँ देने के लिए तैयार रहें जिससे किसी भी अशुभ घटना को टाला जा सके। स्वास्थ्य विभाग एक बहुत ही संवेदनशील और महत्वपूर्ण विभागों में से एक है और डॉक्टरों का फज़ऱ् है कि वह नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएँ देने के साथ-साथ लोगों को सेहतमंद जीवन जीने के लिए जागरूक करें। मैं कामना करता हूँ कि विभिन्न बीमारियों से पीडि़त मरीज़ों की दुख तकलीफ़ों को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का मैडीकल और पैरा-मेडिकल स्टाफ ईमानदारी के साथ ड्यूटी करेगा।’’
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने आज अपने कार्यालय का प्रभार संभालने के बाद डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यालय, सैक्टर-34 चण्डीगढ़ में विभाग के सभी विंगों के साथ मीटिंग की। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सतीश चंद्रा ने स. सिद्धू का स्वागत किया और विभाग के विभिन्न प्रोग्रामों संबंधी संक्षिप्त जानकारी दी।
जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य देखभाल प्रोग्राम का जायज़ा लेते हुए मंत्री ने डायरैक्टर परिवार कल्याण को कहा कि वह सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसूतियों में वृद्धि और गर्भवती महिलाओं को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएँ मिलना यकीनी बनाएँ जिससे माँ और बच्चे की मृत्यु-दर को घटाया जा सके।
ई.एस.आई. अस्पतालों संबंधी विचार-विमर्श करते हुए स. सिद्धू ने संतुष्टि जताई कि पंजाब सरकार द्वारा ई.एस.आई. अस्पतालों और डिस्पैंसरियों में पंजाब के लिए आरक्षित डॉक्टरों और पैरा-मैडीकल स्टाफ की खाली पड़ी असामियाँ भर ली गई हैं। स. सिद्धू ने अधिकारियों को ई.एस.आई. अस्पतालों के कामकाज को दुरुस्त करने के लिए कहा जिससे रजिस्टर्ड श्रमिकों और अन्य निर्माण श्रमिकों को बढिय़ा स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया करवाई जा सकें। स. सिद्धू ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को मीटिंग में जारी दिशा-निर्देशों की प्रगति का जायज़ा लेने के लिए ई.एस.आई. अस्पतालों और डिस्पैंसरियों की मीटिंग बुलाने के लिए कहा।
मीटिंग में संस्थागत प्रसूतियों, टीकाकरण प्रोग्राम, जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य देखभाल, मानसिक स्वास्थ्य और नशा मुक्ति प्रोग्राम, टी.बी. कंट्रोल प्रोग्राम, एडज़ कंट्रोल प्रोग्राम और हैल्थ और वैल्लनैस्स सेंटरों की कार्य प्रणाली संबंधी भी चर्चा की गई। मंत्री ने अधिकारियों को अस्पतालों में काम के दौरान विभिन्न कर्मचारियों द्वारा उचित वर्दी पहने जाने को यकीनी बनाने के निर्देश दिए।
इस मीटिंग में अन्यों के अलावा अमित कुमार एम.डी.,एन.एच.एम., डा. जसपाल कौर, डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएँ, डा. अवनीत कौर, डायरैक्टर परिवार कल्याण, डा. रीटा भारद्वाज, डायरैक्टर एन.एच.एम., डा. जसपाल सिंह बस्सी, डायरैक्टर ई.एस.आई. डा. मीना हरदीप, डायरैक्टर पी.एच.एस.सी., स्वास्थ्य विभाग के सभी डिप्टी डायरैक्टरज़ समेत स्वास्थ्य मंत्री के राजनैतिक सचिव श्री हरकेश चंद शर्मा, मछली कलाँ भी शामिल थे।