हरियाणा पुलिस की अभिनव पहल वाहनों के पीछे की गई फ्लोरोसेंट पेंटिंग की शुरुआत, दुर्घटनाओं में आएगी कमी।

21 June, 2019, 3:36 pm

चंडीगढ़, 20 जून - हरियाणा पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं मेें कमी लाने के लिए राजमार्गों पर धीमी गति से चलने वाले, फंसे हुए या अवैध रूप से पार्क किए गए ऐसे वाहन जिन पर रिफलेक्टिव टेप नहीं है उनके पीछे फ्लोरोसेंट पेंटिंग करने की एक अभिनव मुहिम शुरु की गई है। प्रथम चरण में करनाल रेंज के जिला पानीपत में इस अभियान की शुरुआत की जा चुकी है।

  अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) श्री नवदीप सिंह विर्क ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राजमार्गों पर चलने वाले वाहनों में रिफलेक्टर नहीं होने के कारण विशेषकर रात्रि के दौरान कई दुर्घटनाएं होती हैं, जिनसे बहुमूल्य मानव जीवन को नुकसान पहुंचता है। वाहनों के पीछे की जाने वाली फ्लोरोसेंट पेंटिंग से रात में दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने में सहायता मिलेगी क्योंकि इससे चालक को दूर से ही पता लग जाएगा कि आगे कोई वाहन है। 

  श्री विर्क ने कहा कि पानीपत में पुलिस महानिरीक्षक करनाल की देखरेख में ऐसे सभी वाहनों के पीछे फ्लोरोसेंट पेंटिंग की जा रही है। जिला करनाल और कैथल को भी शीघ्र ही इस मुहिम के तहत कवर किया जाएगा। बाद में यातायात एवं राजमार्ग पुलिस के सहयोग से अन्य रेंजों में भी इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा। 

  उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा राजमार्गों पर घातक सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए पानीपत और करनाल जिलों में वाहनों के पीछे सुरक्षा त्रिकोण रिफलेक्टर लगाने की एक विशेष मुहिम भी चलाई जाएगी ताकि आगे चलता वाहन दिखाई दे और कोई दुर्घटना न होने पाए। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का पालन कर राजमार्गों पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से बचकर बहुमूल्य मानव जीवन को बचाया जा सकता है। 

  चार ‘ई‘ अर्थात शिक्षा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और आपातकाल, जिसे दुनिया भर में दुर्घटना की रोकथाम और नियंत्रण के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, का उल्लेख करते हुए श्री विर्क ने कहा कि हरियाणा पुलिस संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर इन सभी चार दृष्टिकोणों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हमारे निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य में वर्ष 2019 के प्रथम चार माह में सड़क दुर्घटनाओं में 6.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस आंकड़े को और नीचे लाने का लक्ष्य रखा गया है।