सिंधु घाटी प्राचीन सभ्यता के स्थल "राखी गढ़ी" को इंटरनेशनल पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा- रामविलास शर्मा
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नई दिल्ली , 20 अगस्त-
सिंधु घाटी सभ्यता के विश्व के प्राचीनतम पुरातात्त्विक स्थल 'राखी गढी' को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने के संदर्भ में हरियाणा द्वारा किए गए प्रस्ताव पर केंद्र ने सहमति दी है।
नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित 'पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन' में हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने 'राखी गढी' को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की दिशा में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल के समक्ष प्रस्ताव किया। हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री ने 'पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन' में अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा में स्थित महत्वपूर्ण पुरातात्त्विक स्थल 'राखी गढी' सिंधु घाटी सभ्यता का विश्व का सबसे प्राचीन स्थल है। 'राखी गढी' को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की दिशा में सर्वप्रथम राष्ट्रीय स्तर पर एक सेमिनार किया जाए।
हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने बताया कि सिंधु घाटी सभ्यता के विश्व के प्राचीनतम पुरातात्त्विक स्थल 'राखी गढी' को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने के संदर्भ में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने सहमति दी है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित 'पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन' में विभिन्न राज्यों के पर्यटन मंत्रियों द्वारा उनके राज्यों में पर्यटन विकास की संभावनाओं के बारे में विववरण कर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय से प्रताव किए गए। इसी क्रम में हरियाणा की ओर से भी विश्व के प्राचीनतम पुरातात्त्विक स्थल 'राखी गढी ' को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने का प्रस्ताव किया गया।
'पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन' में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने अपने संबोधन में देश में पर्यटन विकास का व्यापक विजन रखते हुए राज्यों से अपेक्षित कार्यों के संदर्भ में राज्यों के पर्यटन मंत्रियों के साथ गहनता से विचार-विमर्श किया। 'पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन' में पर्यटन सेवाओं संबधी सूचनाओं के संदर्भ में 'वन स्टाॅप' ईकाइ का शुभारंभ किया। 'वन स्टाॅप' ईकाइ से घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को सूचनाएं व सहायता उपलब्ध हो सकेंगी। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की वेबसाइट www.incredibleindia.org के हिंदी रूपांतरण का शुभारंभ किया गया। एतिहासिक व पुरातात्त्विक महत्वयुक्त विभिन्न प्रतिष्ठित स्थलों पर पर्यटन को और अधिक विकसित किए जाने की दिशा में निजी क्षेत्र के साथ विभिन्न समझौता ज्ञापन भी किए गए।
'पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन' में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा 'साहसिक पर्यटन आॅप्रेटर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया' के साथ 'भारतीय साहसिक पर्यटन दिशानिर्देश- 2018' जारी किए गए। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा अतुल्य भारत पर्यटन सहयोगी प्रमाणन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।अतुल्य भारत बेड एवं ब्रेकफास्ट स्थापनाओं और अतुल्य भारत होमस्टे स्थापनाओं के वर्गीकरण के संदर्भ में संशोधित किए गए दिशानिर्देश जारी किए गए।