श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर 8 से 11 नवंबर तक करवाया जायेगा डेरा बाबा नानक उत्सव: सुखजिन्दर सिंह रंधावा
चंडीगढ़, 7 सितम्बर: श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी आमद को देखते हुए 8 से 11 नवंबर को डेरा बाबा नानक उत्सव करवाया जायेगा। उत्सव के दौरान राग दरबार, शब्द कीर्तन, ढाडी /वारां, कवीशरी के अलावा साहित्य और कवि सम्मेलन करवाया जायेगा। सभी समागमों का विषय श्री गुरु नानक देव जी की जीवनी और उनकी शिक्षाओं और उपदेशों पर केंद्रित होगा और प्रदर्शनियों के द्वारा गुरू साहिब के जीवन, उदासियों और कहानियों को दिखाया जायेगा।
यह खुलासा सहकारिता और जेल मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने आज यहाँ सैक्टर 35 स्थित मार्कफैड के मुख्यालय में उत्सव की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए बुलाई उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करने के उपरांत जारी प्रैस बयान के द्वारा किया। आज की मीटिंग में समूह विभागों के अधिकारियों और विभिन्न सिख विद्वानों और बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया और मंत्री को बताया कि सभी प्रबंध और तैयारियाँ अक्तूबर के आखिरी हफ्ते तक मुकम्मल हो जाएंगी। मीटिंग के दौरान स. रंधावा की तरफ से डेरा बाबा नानक उत्सव की अधिकारिक वैबसाईट और फेसबुक, टविट्टर, इंस्टाग्राम आदि के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी लाँच किये गए।
स. रंधावा ने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि हमें श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व मनाने का मौका मिला है। इस मौके पर करतारपुर गलियारा खुलने से नानक नाम लेवा संगत की वर्षों से की जा रही अरदास भी पूरी हो रही है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए डेरा बाबा नानक दर्शनीय ढ्योढ़ी के समान है। उन्होंने कहा कि रास्ता खुलने से डेरा बाबा नानक श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के जश्नों का केन्द्र होगा जिसके लिए स्थानीय प्रशासन के अलावा विभिन्न विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि श्रद्धालुओं की आवभगत के लिए कोई कसर बाकी न छोड़ी जाये।
स. रंधावा ने कहा कि मीटिंग में बताया गया कि डेरा बाबा नानक में उत्सव के समागमों के लिए 30 हज़ार श्रद्धालुओं की सामथ्र्य वाला पंडाल सजाया जा रहा है। इसके अलावा 5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की क्षमता वाली टैंट सीटी भी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, लंगर, पार्किंग आदि की सुविधा के अलावा दूसरे ज़रूरी बुनियादी सहूलतों का पूरा बढिय़ा प्रबंध किया जाये। उत्सव के दौरान पार्किंग वाली जगह से मुख्य पंडाल तक ले जाने के लिए बसों का प्रबंध किया जायेगा। उन्होंने बताया कि डेरा बाबा नानक को सुगंधमय शहर बनाने के लिए साढ़े पाँच लाख सुगंधित फूलों के पौधे लगाए जाएंगे जिससे पूरा शहर महकेगा। यह सेवा श्री गंगा नर्सरी ज़ीरकपुर के मनजीत सिंह द्वारा की जायेगी।
उत्सव के दौरान करवाए जाने वाले और अग्रिम प्रोग्रामों के विवरण देते हुए सहकारिता मंत्री स. रंधावा ने बताया कि प्री-फेस्टिवल समागमों की शुरुआत सितम्बर महीने से हो जाएगी जिनमें ऑनलाइन युवक मेला करवाया जायेगा जिसमें सभी यूनिवर्सिटियों और कॉलेजों की टीमें 3 ग्रुप और 10 व्यक्तिगत मुकाबलों में हिस्सा लेंगी। शब्द गायन, ढाडी /वारांं, कवीशरी, पेंटिंग आदि के मुकाबलों में हिस्सा लेने वाली टीमें 1 से 20 अक्तूबर तक वैबसाईट के द्वारा अपनी प्रस्तुतियां पेश करेंगी जिनमें पहले तीन स्थान हासिल करने वाली टीमों की डेरा बाबा नानक उत्सव के दौरान 8 नवंबर से मुख्य स्टेज से प्रस्तुति होगी। उन्होंने कहा कि ग्रुप मुकाबलों में पहले स्थान वाली टीम को 71 हज़ार रुपए, दूसरे स्थान के लिए 51 हज़ार रुपए और तीसरे स्थान के लिए 31 हज़ार रुपए जबकि व्यक्तिगत मुकाबलों के लिए पहले स्थान के लिए 51 हज़ार रुपए, दूसरे स्थान के लिए 31 हज़ार रुपए और तीसरे स्थान के लिए 21 हज़ार रुपए का इनाम दिया जायेगा। इसी तरह लघु फिल्मों का फेस्टिवल भी ऑनलाइन करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि 20 सितम्बर से डेरा बाबा नानक के 100 गाँवों में नुक्कड़ नाटक खेले जायेंगे। इसी तरह सभी गाँवों से परंपरागत ट्रांसपोर्ट साधनों जैसे कि ट्रैक्टरों, गाडिय़ों आदि के द्वारा सर्व सांझीवालता काफि़ला निकाला जायेगा।
स. रंधावा ने आगे बताया कि 8 से 11 नवंबर तक चलने वाले डेरा बाबा नानक उत्सव के दौरान प्रसिद्ध रागियों द्वारा राग दरबार, कीर्तनी जत्थों द्वारा शब्द कीर्तन, ढाडी/कवीशरां द्वारा ढाडी /वारां, कवीशर दरबार लगाया जायेगा। इस मौके पर कथा दरबार भी सजाया जायेगा। उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की दुर्लभ बीड़ों के भी संगतों को दर्शन करवाए जाएंगे। बहुभाषीय कवि दरबार में देश की 24 भाषाओं के कवि शामिल होंगे। साहित्य मेले में बड़े साहित्यकार और सिख विद्वान पैनल चर्चा और अपने पेपर पढ़ेंगे। आर्ट फेस्टिवल में शिल्पकार अपनी कला कृतियां सजाएंगे। इसी तरह थिएटर फेस्टिवल में प्रसिद्ध रंगकर्मी हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि डेरा बाबा नानक में महाराजा रणजीत सिंह और हरी सिंह नलूआ का बुत भी लगाया जा रहा है। इसके अलावा शहर और आसपास को विरासती रूप दिया जा रहा है।