देश से अंधेपन को मिटाने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत-उपराज्यपाल

8 September, 2019, 5:37 pm

नई दिल्ली, 8 सिंतबर। चिकित्सा क्षेत्र में आ रही नई तकनीकों का फायदा आम जनता को मिलना चाहिए । असली चुनौती इस तकनीक को जमीनी स्तर उपलब्ध कराने में हैं । ये बाते दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आईआईआरएसआई के दो दिवसीय कॉन्फ्रेस के उद्घाटन के मौके पर कही । 

आम जनता को ऑखों की बेहतर देखभाल प्रदान करने के प्रयासों को लेकर इंट्राऑक्सूलर ईप्लाट एंड रिफ्रैक्टिव सोसायटी में नई तकनीकों, इनोवेशन और प्रगति पर चर्चा की गई । उपराज्यपाल ने कहा कि इस तरह के वार्षिक स्मेलन एक प्रकार से अनूठे मंच की तरह होते हैं । जहां हम ऑखों के सभी मरीजों के विचार साझा करने और सुधार करने को लेकर उत्साह को देख पाते हैं । मुझे उन्मीद हैं कि इस कॉन्फ्रेस में विचार -विमर्श के साथ बहुत से सरल और विदेशी चिकित्सा प्रोटोकॉल और विचारों की उत्पति होगी । जो नेत्र देखभाल के स्वर्ण मानक बन जाएंगे । 

WHO की रिपोर्ट के अनुसार देश में 12 मिलियन लोग अंधेपन का शिकार हैं । हर साल 2 मिलियन नये मामलों के साथ यह समस्या न केवल लोगों के जीवन को खराब कर रही हैं । बल्कि देश के विकास को भी प्रभावित कर रही हैं । 

सेंटर फॉर साइट के सीएमडी डॉ. महिपाल सिंह सचदेव ने कहा कि देश में अंधेपन की समस्या के बोझ के अलावा तकरीबन 15 प्रतिशत भारतीय आबादी इस प्रकार के अंधेपन  की समस्या से पीड़ित हैं ।जिसे ठीक किया जा सकता हैं । समय पर इलाज से नेत्रों की बीमारियों से बचा जा सकता हैं ।